L19/Dhanbad : कारोबारी दीपक अग्रवाल को गोली मारे जाने के विरोध में फेडरेशन ऑफ़ धनबाद ज़िला चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के सभी संगठनों ने रविवार को रणधीर वर्मा चौक पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। इस इस दौरान धनबाद पुलिस हाय-हाय के नारे भी लगाए गये। धरना में धनबाद विधायक राज सिन्हा शामिल हुए। उन्होंने जिला पुलिस पर हमला करते हुए कहा कि धनबाद में अपराधियों का बोलबाला है, कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है।
धनबाद में अपराधियों का दुस्साहस बढ़ा हुआ है। पहले भी आपराधिक घटनाओं को लेकर चैंबर ऑफ कॉमर्स के लोग आंदोलन करने वाले थे। लेकिन एसएसपी ने सुरक्षा की गारंटी दी थी। भाजपा हमेशा विधि व्यवस्था को लेकर आंदोलन कर रही है, क्योंकि व्यव्सायी वर्ग पार्टी के साथ हैं। यहां अपराधी मस्त हैं, जबकि आम जनता व व्यव्सायी पस्त हैं। उन्होंने कहा कि देश में टेक्नोलॉजी कहां से कहां चला गया, लेकिन धनबाद में अपराधी का नंबर ट्रेस कर पकड़ नहीं पा रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दिवाली तक अपराधियों पर नकेल कसने में पुलिस नाकाम होती है तो वे खुद अनिश्चितकाल के लिए धरना पर बैठेंगे। व्यवसाईयों ने कहा कि धनबाद के व्यवसायों को लगातार अपराधियों के द्वारा रंगदारी के लिए धमकी दी जा रही है। इसे लेकर पिछले महीने पहले भी व्यावसायिक आंदोलन कर रहे थे। उसे समय एसएसपी संजीव कुमार के आश्वासन के बाद सभी ने आंदोलन को वापस ले लिया था। लेकिन अपराधियों के द्वारा फिर से गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया है।
इससे साफ पता चलता है कि धनबाद पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। धनबाद के व्यवसायी अब भय के माहौल में हैं। अगर इन अपराधियों को धनबाद पुलिस उचित कार्रवाई नहीं करती है, तो आज धनबाद की सड़कों पर सभी दुकानदार बंद करके उतरे हैं आगे रांची में जाकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बीती रात अपराधी व्यवसायी दीपक अग्रवाल को गोली मारकर फरार हो गए थे। इसके बाद बैंक मोड़ क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने घायल को आनन-फानन में जोड़ा फाटक रोड स्थित एक निजी क्लीनिक पहुंचाया, जहां उनकी स्थिति गंभीर देखते हुए एशियन जालान अस्पताल रेफर किया गया। वहां से फिर कोलकाता रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि दीपक अग्रवाल को पहले से धमकी मिल रही थी। इधर, घटना के बाद एक बार फिर गैंगस्टर प्रिंस खान के शूटर मेजर के नाम से लेटर वायरल हुआ है, जिसमें बैंक मोड़ के कई दुकानदारों का नाम अंकित था, इसमें रंगदारी मांगी गई है।
