L19/Bokaro (मुन्ना दुबे) : उत्तर विस्थापित क्षेत्र के कुडौरी गांव में मां दुर्गा का आकर्षक मंदिर है। जहां गुलाम भारत से दुर्गा पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । यहां बलि पूजा होती है। तथा मेला भी लगता है । जिसे दूर-दूर के लोग देखने आते हैं । कुछेक पुराने लोग बताते हैं कि अंग्रेजी हुकूमत के वक्त लगभग 1924 -25 में तब के बुजुर्ग ने पुरी गोस्वामी परिवार के जमीन पर मिट्टी की दीवार और फूस का मंदिर बनाकर पूजा शुरू की थी। बाद दूसरी बार सुरकी चुना पत्थर गुड़ आदि से तथा तीसरी बार यहां मंदिर खूबसूरत बना । गांव के मदन लाल महतो गौरीशंकर अग्रवाल नरसिंह साव आदि ने बताया कि यहां के प्रथम पुरोहित महुआ सेक्टर 9 निवासी स्व मुरली पांडे थे ।
उनके निधन के बाद रामगढ़ जिला बरलांगा के स्व बाबू लाल पांडे स्व डब्बू लाल पांडे तथा स्व शिव नंदन पांडे रहे । फिलवक्त शिवनंदन के पुत्र संदीप मुख्य पुरोहित है। बताते हैं कि स्व नंदा महतो स्व मुरली पांडे स्व रामधनी दुबे स्व लालचंद महतो गौर चंद्र मंडल स्व जगदीश महतो मुखिया स्व गंगा नारायण महतो सरपंच स्व किनु महतो आदि को हम ग्रामीण नमन करते हैं । जिन्होंने कुंडौरी को सौगात में मंदिर देकर गए ।कमिटी के अध्यक्ष राजा बाबू ने बताया कि गांव के 50 फिसदी लोग सेक्टर में रहते हैं जो स्वेच्छा से खुद आकर अनुदान देकर सहयोग भी करते हैं। विलवरण से विजयादशमी तक रोज रात में कई रंगारंग कार्यक्रम होंगे। इसके लिए कमेटी के युवा साथी तत्पर है।