L19 Desk : कोरोना महामारी के बाद अब देश भर में इन्फ्लूएंजा (फ्लू) के लगातार मामले बढ़ने लगे है । इन्फ्लूएंजा ए एच3एन2 वायरस से संक्रमित लोग बड़े पैमाने पर मरीज अस्पतालों में भर्ती होने लगे है । गंभीर लक्षणों के साथ फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने निर्देश जारी किया है । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर ) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने लोगों को सावधानी बरतने को कहा है ।
देश में दिल्ली-एनसीआर सहित ज्यादातर इलाकों में एच3एन2 वायरस का प्रकोप फैलता जा रहा है । पिछले दो माह में लंबी बीमारी और लंबे समय तक खांसी के साथ इन्फ्लूएंजा के मामले ज्यादा संख्या में दर्ज किए गए है । इस बीमारी के लक्षण खांसी, जी मिचलाना, उल्टी करना, गला खराब होना, शरीर में दर्द होना और दस्त है ।
संक्रमण ठीक होने मे समय ले रहा
देश भर में फीवर और फ्लू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा है कि H3N2 वायरस, इन्फ्लुएंजा-ए वायरस का एक रूप है । कहना है कि पिछले दो-तीन महीनों से यह पूरे भारत में व्यापक रूप से उपयोग में है । लक्षणों में आमतौर पर फीवर के साथ लगातार खांसी होनी शुरू हो जाती है । हाल के मामलों में बहुत सारे रोगी लंबे समय तक लक्षणों की शिकायत कर रहे हैं । डॉक्टरों के अनुसार संक्रमण ठीक होने में समय लग रहा है । लक्षण मजबूत हैं । मरीज के ठीक होने के बाद भी लक्षण लंबे समय तक रहते है ।
आईएमआर ने दी सलाह
इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देश भर में खांसी, जुकाम और मतली (जी मचलना) के बढ़ते मामलों के बीच एंटीबायोटिक दवाओं का ज्यादा प्रयोग नहीं करने को कहा है । एसोसिएशन ने डॉक्टरों से केवल रोगसूचक उपचार लिखने को कहा है न कि एंटीबायोटिक्स के लिए । यह भी बताया गया है कि अपने हाथों को अच्छे और सही तरीके से धोएं, मास्क लगाएं और भीड़- भाड़ इलाके से दूरी बनाकर रखे खुद को । नाक और मुंह को बार-बार छूने से बचें । साथ ही खांसी-छींकते वक्त फेस को ढ़के ।