कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा यह केवल वहीं हो सकता है जहां कोई लोकतंत्र नहीं है
L19/DESK : राष्ट्रपति मुर्मु द्वारा बुलाई गई जी-20 डिनर पार्टी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नही डेनव से कॉंग्रेस पार्टी एनई नाराजगी जाहीर की है। इस संबंध में राहुल गांधी ने पहले ही नाराजगी जाहीर कर चुके है अब इस क्रम कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी अपनी प्रतिकृया दी देते हुये कहा कि -यह केवल वहीं हो सकता है जहां कोई लोकतंत्र नहीं है।चिदंबरम ने कहा- मुझे मीडिया के जरिए यह जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति के द्वारा आयोजित G20 नेताओं के डिनर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं बुलाया गया है। अभी ऐसी स्थिति नहीं है जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाए।
ज्ञात हो कि 8 सितंबर को राहुल गांधी ने ब्रुसेल्स में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खड़गे को न बुलाए जाने पर केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की थी और कहा था-उन्होंने विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है,यह आपको कुछ बताता है।यह आपको बताता है कि वे भारत की 60% आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं। यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए। उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है।
डिनर वाला मुद्दा धीरे धीरे अब तूल पकड़ने लगा है जो दक्षिण भारत में भी पहुंचा जहां तमिलनाडु के कांग्रेस नेता मोहन कुमारमंगलम ने कहा- मोदी हैं तो मनु हैं, खड़गे को इसलिए नहीं बुलाया, क्योंकि वे दलित है। मोहन कुमारमंगलम ने ये भी कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी महर्षि मनु की विरासत थामे हुए हैं। ऐसे कई इवेंट्स हुए, जहां निचली जाति के नेताओं को नहीं बुलाया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अयोध्या के राम मंदिर के भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन में नहीं बुलाया गया।’