
L19/Ranchi : डेंगू का कहर पूरे राज्य भर में दिखाई पड़ रहा है। मगर इसका सबसे ज्यादा प्रकोप राजधानी रांची सहित कुछ अन्य जिलों पर पड़ा है। फिलहाल रांची में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 56 हो गयी है। एंटीजेन जांच में लगभग 20 % डेंगू संदिग्ध मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में पीड़ितों की संंख्या बढ़ने की उम्मीद जतायी जा रही है। वहीं, प्राइवेट लैब में ग्रामीण इलाकों से आये सैंपलों में 40-50% लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। कई बार पांच में से चार सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।
इस संबंध में विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों को डेंगू को बचाने के लिये जागरूक करने की आवश्यकता है।डेंगू मच्छर का लार्वा साफ पानी में पनपता है, इसकी जानकारी लोगों को होनी चाहिये। ग्रामीण इलाकों में लोग गंदे पानी में मच्छरों से बचने के लिए छिड़काव करते हैं। मगर ठहरे हुए साफ पानी में छिड़काव नहीं करते हैं। ऐसे में लोग डेंगू का शिकार हो सकते हैं।
वहीं, राजधानी में बढ़ते डेंगू व चिकुनगुनिया के मरीजों की संख्या को देखते हुए आजसू विधायक लंबोदर महतो ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े किये हैं। विधायक ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली का पता चलता है। आम जनों को बचाव में स्वयं आगे आना होगा, क्योंकि सरकार व विभाग के भरोसे रहकर डेंगू-चिकनगुनिया का मुकाबला नहीं किया जा सकता है। सबसे भयभीत करने वाली स्थिति तो जमशेदपुर (378) और साहिबगंज (110) की है। जबकि रांची में भी 56 मरीजों की संख्या चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मामले को संज्ञान में ले।
