L19/DESK : राजधानी सहित पूरे झारखंड में मानसून धीरे धीरे कमजोर पड़ रहा है,जिस कारण राज्य के तापमान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगा है। राज्य की राजधानी रांची सहित राज्य के दूसरे हिस्सों में तापमान में बढ़त दर्ज की जा रही है। राज्य के किसी भी हिस्से में गर्जन और वज्रपात की कोई संभावना नहीं है। आज राज्य के कई हिस्सों में आसमान में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की संभावना नहीं है।मानसून के कमजोर पड़ने के असर है कि अब राज्य के किसी भी हिस्से में बारिश की संभावना कम है हालांकि मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि राज्य की राजधानी सहित कुछ हिस्सों में आसमान में बादल नजर आयेगे।
झारखंड में अगले 3 सितंबर तक कई जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन इसे लेकर किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। राज्य में अगले 2 से 3 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना जाहिर की गयी है।कैसा रहेगा मौसम का मिजाज30 अगस्त को राज्य के उत्तरी और निकटवर्ती मध्य इलाकों में कई जगहों पर बारिश की संभावना है। 31 अगस्त को उत्तर-पश्चिमी और निकटवर्ती मध्य भागों में बारिश की संभावना जाहिर की गयी है।
सितंबर के पहले सप्ताह को पूर्वी और निकटवर्ती मध्य भागों में बारिश होने के आसार है जबकि 2 और 3 सितंबर को राज्य हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। मानसून पड़ा कमजोरराज्य में मानसून कमजोर पड़ा है। राज्य में इसका असर खेती में साफ नजर आने लगा है। चतरा समेत कई जिलों में इस बार खेती बेहतर नहीं हुई है। 1 जून से 28 अगस्त तक सामान्य से 36 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी है। आंकड़ों के अनुसार इस दौरान राज्य में सामान्य रूप से 778.3 मिलीमीटर की जगह सिर्फ 501.8 मिलमीटर बारिश ही हुई है। राज्य के चार जिलों को छोड़ कर अन्य सभी 18 जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश दर्ज की गयी है। सबसे खराब स्थिति चतरा जिले की है जहां में सामान्य से 62 प्रतिशत कम बारिश हुई।