- रांची गौशाला न्यास समिति की जमीन में बन गया डीएवी नीरजा सहाय स्कूल
- गौशाला न्यास समिति के न्यासी रहे शत्रुध्न लाल गुप्ता ने करायी थी नीरजा सहाय डीएवी को जमीन दिलाने की डीलिंग
L19/Ranchi : रांची गौशाला न्यास समिति राजधानी की एक प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था है। पर इस संस्था की 100 एकड़ से अधिक जमीन का अब व्यवसायीकरण शुरू हो गया है। पहले तो कांके के बाड़ू मौजा में 15 एकड़ जमीन बेची गयी। यह जमीन संस्था के ही न्यासी राजकुमार केडिया, उनके रिश्तेदार संजीव खिरवाल और अरविंद कुमार बंका ने खरीदी। इसको लेकर कई खबरें चली।
अब एक नया मामला सामने आया है कि कैसे गौशाला न्यास समिति के न्यासी रहे शत्रुध्न लाल गुप्ता ने डीएवी नीरजा सहाय स्कूल के लिए सुकूरहुट्टू में गौशाला की सात एकड़ जमीन लीज पर दिलवा दी। किसी भी समिति की जमीन को लीज पर अथवा बेचे जाने के लिए कार्यसमिति के सदस्यों और पदाधिकारियों की सहमति जरूरी है। जानकारी के अनुसार विद्यालय के बोर्ड में जानबूझ कर लिखवाया गया है गौशाला कांपलेक्स रांची-834006। यह सब दिगभ्रमित करने के लिए किया गया है।
विद्यालय कैंपस तीन एकड़ से कुछ अधिक जमीन पर बना है, जबकि एक सामुदायिक भवन भी है, जहां साल में दो बार सामूहिक विवाह जैसे संस्कार आयोजित होते हैं। जिस तरह डीएवी नीरजा सहाय स्कूल के लिए जमीन दी गयी, उसको लेकर समिति के सदस्यों में ही काफी रोष है। पहले स्कूल को 29 साल के लिए सात एकड़ जमीन दिया गया। फिर उसे 99 वर्ष कर दिया गया। इसको लेकर डीएवी नीरजा सहाय के परिवार वालों से भी स्कूल खोलने के लिए पैसे लिये गये।
कुल मिला कर कहा जाये, तो इस्टर्न डीएवी मैनेजमेंट कमेटी के निदेशक मंडल में रहते हुए शत्रुध्न लाल गुप्ता ने सारा खेला-बेला कर दिया। अब उन्हें कुछ याद नहीं है। लोकतंत्र 19 संवाददाता ने उनसे फोन कर जानने की कोशिश की कि कैसे डीएवी नीरजा सहाय को गौशाला की जमीन लीज पर दी गयी, तो उन्होंने पहले कहा डीएवी स्कूल मैनेजमेंट से बात किजिए। फिर जब संवाददाता ने कहा कि आप जब गौशाला के न्यासी थे, उस समय जमीन को लीज पर दिया गया, तो बातों को घुमाते हुए उन्होंने कहा कि आप वर्तमान अध्यक्ष पुनीत पोद्दार और महासचिव प्रदीप राजगढ़िया से बात किजिए।
यानी पूर्व में जो जमीन लीज देने का प्रकरण हुआ, अब उन्हें कुछ याद नहीं है। डीएवी मैनेजमेंट समिति के निदेशक मंडल के सदस्य रहते हुए शत्रुध्न लाल गुप्ता ने स्कूल खुलवाने से लेकर अन्य सभी तरह का काम किया, लेकिन अब वह यह कह रहे हैं कि उनकी इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है।
विवादों में घिरते रहे हैं शत्रुध्न लाल गुप्ता
शत्रुध्न लाल गुप्ता के बारे में बताया जाता है कि उनका विवादों से गहरा नाता है। किसी को भी ये अपनी मीठी मीठी बातों से पोट लेते हैं। फिर काम निकलने के बाद उन्हें दरकिनार कर देते हैं। उन्होंने गौशाला की 30 एकड़ जमीन को सीसीएल को दीर्घकालिक लीज पर देने की बात कही थी। इसको लेकर एग्रीमेंट भी कर दिया था। यह जमीन सुकुरहुट्टू में है। पर विवाद होने से यह करार सफल नहीं हो पाया। इसी जमीन पर उन्होंने डीएवी नीरजा सहाय स्कूल के लिए जमीन आवंटित करा दी।
सूत्र बताते हैं कि स्कूल खोलने के लिए डीएवी प्रबंधन के साथ इन्होंने लायजनिंग भी की, जिसके एवज में इन्हें मोटी रकम दी गयी। शत्रुध्न लाल गुप्ता आर्य समाज प्रचारिणी सभा से भी जुड़े हैं। इनके एक रिश्तेदार ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बड़े अधिकारी रहे हैं। इसके अलावा इन्होंने मारवाड़ी रीलिफ सोसाइटी कोलकाता में घूस कर रांची के बरियातू रोड स्थित आरोग्य भवन की जमीन पर भी कई लीलाएं की हैं। इन्होंने अपना प्रभाव दिखाते हुए अपने आप को मारवाड़ी रीलिफ सोसाइटी का केयरटेकर बनवा लिया। आरोग्य भवन कैंपस में संचालित वृद्ध आश्रम में भी इनकी कई गड़बड़ियां सामने आयी हैं। इसको लेकर रांची जिला प्रशासन की तरफ से जांच भी करायी गयी है।