L19/DEDSK : मणिपुर में काफी दिनों से रह रहे सिमडेगा के पीड़ित सेलेस्टिन के परिवार किसी तरह से मणिपुर से निकलकर झारखंड अपने पैतृक निवास गाँव पहुंच गए हैं। एक यू ट्यूब चैनल के माध्यम से जब झारखंड क्रिश्चयन यूथ एसोसियशन के सदस्यों को इस बारे में पता चल तो बुधवार को सिमडेगा के पैतृक गाँव पहुंचकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान किया गया। इस दौरान पीड़ित परिवार ने बताया कि वे काफी समय से मणिपुर में रहते आ रहे हैं अचानक जब बीते तीन महीनों से वहाँ की हालत बिगड़ने लगी और लोग एक दूसरे को जान से मारने तक से को उतारू हुए तो लगा कि यहाँ रहना अब सही नहीं है,अत हम किसी तरफ से मणिपुर से निकलकर झारखंड पहुंचे। पीड़ितों ने आगे बताया कि मणिपुर की हालत इनदिनों काफी खराब है लोग एक दूसरे को मरने-मारने से भी नहीं कतराते हैं, चारों ओर डर का माहौल है लोग अपने गांवों को छोड़कर राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। कितने लोगो के घरों को जला दिया गया है और सैकड़ों लोगों मौत के घाट सो गए हैं।
इधर कल यानी बुधवार को जैसे ही इस पीड़ित परिवार के सिमडेगा पहुँचने की खबर मिली जेसीवीए की टीम पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक और सखा राहत सामग्री उपलब्ध कारवाई गई।इस मौके पर जेसीवीए के कार्यकारी अध्यक्ष अलविन लकड़ा, सचिव सुजीगत तिगा,पास्टर विंग अध्यक्ष,फातिमा-खूंटी जिला अध्यक्ष, जेवीयर भंगरा,कृष्ण महतो, अगुसटीना सोरेग, दीपक लकड़ा और जेसीवीए के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।