L19/Bokaro : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वर्गीय जगरनाथ महतो के नाम से बोकारो जिले में मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने 275 करोड़ की 25 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। 116 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया और 18 योजनाओं का उदघाटन किया। मुख्यमंत्री बोकारो के चंद्रपुरा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नावाडीह में डिग्री कालेज, नेतरहाट विद्यालय खोला जायेगा। झारखंड सरकार की सड़कें भी तेज रफ्तार चलनेवाली सड़क बन गयी है। इसलिए हम कम समय में चंद्रपुरा पहुंच गये। हमलोग दो घंटे में सभा स्थल तक रांची से पहुंचे थे। 10 दिन पहले हमलोग सुखाड़ पर चर्चा कर रहे थे।
अभी विधानसभा सत्र भी चल रहा था, सभी माननीय विधायकों ने राज्य में सूखे की स्थिति पर चिंता जतायी। सुखाड़ को लेकर सभी चिंतित हैं। हमलोगों के साथ भी बड़ी समस्या है। पिछले वर्ष भी सुखाड़ पड़ा था। इस बार भी सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। झारखंड में 90 फीसदी लोग खेती-बारी पर निर्भर करते हैं। आज कल राजनीतिक परिभाषा बदल गयी है। हमलोगों ने 2022 में किसानों को जो राहत दिया और उस राहत के अनुरूप केंद्र सरकार से नौ हजार करोड़ रुपये मांगे। उसके बदले में मात्र पांच सौ करोड़ रुपये ही मिला। आप अंदाजा लगाईये की राज्य पर आर्थिक बोझ कितना बढ़ रहा है। धन संग्रह के सारी योजनाएं केंद्र के पास है।
मूल तरीके से आकलन लगाना बहुत कठिन है। धान की बुआइ तो हो गयी है। लेकिन अचानक जिस तरह से मौसम बदल रहा है, तो क्या होगा। लेकिन हमारी नजर पूरी तरीके से यहां के बारिश, किसानों, ग्रामीणों के ऊपर बनी हुई है। परिस्थिति के अनुरूप हम निर्णय लेंगे। हम जानकारी ले रहे हैं। सरकार की विभिन्न योजनाएं हैं, उन योजनाओं की स्थिति और उसका आकलन कर रहे हैं। आज सरकार की योजनाओं के बारे में यह पता लगा रहे हैं कि वह आपतक पहुंच रही है अथवा नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमारी सरकार बनी, तब कोरोना आ गया। जब थोड़ा चलना शुरू किये, तो सुखाड़ की आहट शुरू हो गयी। राज्य अलग होने के 20 साल, 22 साल बाद जो सपना, उद्देश्य को लेकर बना था, वह पूरा नहीं हो पा रहा था। सरकार हमने बनायी कई सपनों के साथ। आंदोलनकारी नेताओं के सपनों का झारखंड हम बनायेंगे। आज उसी को ध्यान में रख कर जो कभी इस राज्य के लोगों ने सोंचा नहीं था, वह कार्य अब हो रहे हैं। गांव में कई ऐसे लोग हैं, जिन लोगों ने ब्लाक कार्यालय नहीं देखा था। जिला कार्यालय तो दूर की बात है। आपके गांव में सरकार ने सरकार आपके गांव में कार्यक्रम आयोजित किया। टेंट लगा कर आपकी समस्याएं जानी। पदाधिकारी आपके दरवाजे तक जायेंगे।
आज उस दिशा में हम बढ़ रहे हैं। सरकार आपके द्वार के माध्यम से आज हमने सभी बूढ़े, बुजूर्ग, विकलांग, परित्यक्त महिलाओं को पेंशन देना शुरू कर दिया। कोई बुजूर्ग ऐसा नहीं है, जिन्हें पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उनलोगों में से नहीं हैं, जो काम कम पर ढिंढोरा अधिक पीटते हैं। सावित्री बाई फूले किशोरी शक्ति योजना से हर किशोरी बच्चियों को जोड़ रहे हैं। राज्य की लड़कियां पैसे के अभाव में स्कूल, कालेज नहीं छोड़ पायेंगी। पांचवीं, छट्ठी पास करने के बाद बच्चियों के मां-बाप दूल्हा ढूंढ़ने लगते हैं।
अब हम इन्हें पढ़ायेंगे, उन्हें शिक्षित बना कर पैरों पर खड़ा करेंगे। इंजीनियर बनना हो, पत्रकार बनना हो, डॉक्टर बनना हो। इसका सारा पैसा सरकार वहन करेगी, हमने कानून बना लिया है। इंजीनियर, मेडिकल, वकालत, सीए के लिए कोचिंग के लिए भी हमने कानून बना दिया। आप पढ़िये, मन लगा कर पढ़िये, आपकी शिक्षा का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। न सिर्फ भारत में ही नहीं, विदेशों में भी पढ़ने के लिए पैसा दिया जायेगा। आदिवासी, दलित, पिछड़ा बच्चा, जो झारखंडी है, वह कभी नहीं सोचा था कि वह विदेश में पढ़ेगा। राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़ों को विदेश में पढ़ने के लिए 100 प्रतिशत स्कालरशिप दिया जा रहा है।
हमारे राज्य में गरीबी काफी अधिक है। इसी गरीबी से निजात पाने के लिए ही राज्य को अलग किया गया। न जाने क्या-क्या खनिज नहीं है। बड़े-बड़े व्यापारियों का पेट भर कर फूल भी गया। यहां के लोगों का पेट पचक गया, वह गरीब हो गये। पूर्व के सरकारों के कार्यकाल में पेट में राशन कार्ड दबा कर गरीब मर गया। मजदूरों को कोरोना काल में प्लेन, ट्रेन से झारखंड लाये। एक भी मजदूर को भूखा मरने नहीं दिये। हमारे गरीबों का 11 लाख राशन कार्ड हटा दिया। आपका बेटा-भाई का सरकार बना, हमने 20 लाख अतिरिक्त हरा राशन कार्ड बना कर राशन बांटा। हमको लगा कि गरीबों को अपना राशन दे रहे हैं। हमने सरकारी दुकानों से अनाज सस्ता में नहीं मिला। हम खुले बाजार से महंगे कीमत पर राशन खरीद कर अनाज दे रहे हैं।
आज डुमरी विधानसभा में खड़े हैं। आपके पूर्व विधायक हमारे बड़े भाई जगरनाथ महतो थे। वो आदमी इतना जल्दी दुनिया छोड़नेवाला नहीं था। कोरोना की महामारी में जब एक-दूसरे से मिलना मना था। उस समय सभी के घर जाता था। उसी कोरोना ने उन्हें लील लिया। कोरोना में हमारे दो-दो मंत्री आपकी सेवा करते करते मर गये। एक बार तो हम जगरनाथ दा को मौत के मुंह से खींच कर निकाल लाये थे. पर वे माननेवाले कहां थे। कई बार मना किये, आप लोगों से नहीं मिलें। लेकिन उन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करके फिर से हड़िया, दारू गिरोह का भंडा फोड़ करनेवालों को पकड़ने के लिए मोटरसाइकिल से चले गये।
हमारे नेता आपके हितों के लिए लड़ते रहते हैं, मरते रहते हैं। आज हड़िया, दारू की बिक्री बंद करने के लिए सावित्री बाई फूले योजना लायी है। गांव की महिलाएं बाजार में हड़िया दारू बेचने जाती हैं, उनके पीछे भी एक गिरोह लगता है। आप हड़िया-दारू फेकिंये और सरकार की योजनाओं को अपनाइये, देखिये कितना फायदा होगा। इस योजना के जरिये 36 हजार महिलाओं को हड़िया-दारू बेचने से अलग किया है। हमें खुद से पेड़ के नीचे, बाजार हाट में हड़िया-दारू बंद करना होगा। मुख्यमंत्री रोजगार योजना सृजन योजना के तहत स्वरोजगार के लिए कर्ज दे रहे हैं। सरकार ने ही योजना बनायी है।
आपको जो काम करना है, राशन दुकान चलाना है, रेस्टूरेंट चलाना है, जूता-चप्पल का दुकान चलाना है अथवा जो आप चाहते हैं। सरकार मदद करेगी। हजारों की संख्या में नौकरियां दे दी। 28 और 30 हजार और नियुक्तियां निकाली है। 20 साल में पहली बार इतनी वैकेंसी निकाली है। डेढ़ साल में कई योजनाएं शुरू की हैं। एलआइसी डूब गया। बड़ी-बड़ी कंपनियां, बैंक डूब रहे हैं। हम खड़ा होने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र से हमें किसी तरह का सहयोग नहीं मिल रहा है।
हमने मुख्यमंत्री पशुधन योजना, बिरसा मुंडा हरित ग्राम योजना सहित कई योजनाएं शुरू कर रहे हैं। किसानों को भी सोचना होगा कि आपके पास यदि 100 बीघा जमीन है, तो आधी जमीन पर फलदार वृक्ष लगायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 40 फीसदी बच्चा कमजोर पैदा हो रहा है। बच्चा कमजोर पैसा हो रहा है, तो पता चला कि मां कमजोर है। आज कल की पीढ़ी 70-80 साल में मर जा रहे हैं। पुरखों की संपत्ति को हमलोग खतम कर दिया है। गाय, गोरू, बकरी, सूअर, बतख गांव में खतम हो रहा है। जिस घर में पीने के लिए दूध, अंडा हो, तो वहां के बच्चे कमजोर पैदा नहीं होंगे। इसलिए हमने बतख, गाय, बकरी, मुर्गी पालने के लिए सरकार 90 प्रतिशत अनुदान दे रही है। सभी पशुओं का सरकार बीमा करायेगा। यदि पशु मर गया, तो पूरा पैसा आपको मिलेगा।