L19/Sahibganj : बीते 20 जुलाई को बरहेट के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक पर लगे आरोप को सही पाया गया है। इसके बाद अब प्रधानाध्यपाक को साहिबगंज मंडल कारा में भेज दिया गया है। अगर इस मामले में विभागीय कार्रवाई की गयी, तो प्रिंसिपल मोहम्मद शमशाद अली की नौकरी पर भी आंच आने की आशंका है।
बता दें, बीते 20 जुलाई को स्कूल की छात्रा ने अपने प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, डीसी ने प्राचार्य को सस्पेंड कर दिया था। अब जाकर इस मामले का भेद खुला है। जेल में बंद प्रिंसिपल के मामले की जांच के लिये झारखंड सरकार ने दो सदस्यीय टीम को स्कूल भेजा। शनिवार को जांच टीम ने फिजिकल वेरिफिकेशन के आधार पर प्राचार्य पर लगे आरोपों को सही पाया है, जिसके बाद उन्हें साहिबगंज मंडल कारा भेज दिया गया।
वहीं, इस मामले को लेकर सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा प्रसाद और अवर सचिव स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग किरण कुमारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज तो नहीं मिल सका, मगर बच्चियों और उनके अभिभावकों से पूछने पर पता चला कि स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद शमशाद अली बच्चियों को बैड टच करते थे। इसकी रिपोर्ट झारखंड सरकार को सौंपी जायेगी।
बता दें, 3 दिन पहले ही प्रिंसिपल को शोकॉज किया गया था। आगे की कार्रवाई के लिये विभाग को रिपोर्ट भेजा गया है। बच्चियों के अनुसार यह पहली बार नहीं हुआ है जब प्रिंसिपल पर इस तरह के आरोप लगाये गये हों। पूर्व में भी स्कूल की दर्जनों बच्चियों के साथ प्रिंसिपल शमशाद अली गंदी हरकत कर चुके हैं। कई बार बच्चियों के अभिभावकों ने पंचायत कर जुर्माना भी लगाया, पर उनके हरकतों में कोई सुधार देखने को नहीं मिला।