L19/Ranchi : झारखंड की राजधानी में आए दिन कोई एक अपराधी समूह रक्त बीज की तरह अपनी अपनी जड़ कस रहा है, हर दिन व्यवसायियों से रंगदारी वसूले जा रहे है। रंगदारी मांगने वालों में से अधिकतर कम उम्र के युवा सदस्य हैं। सभी अपराधी रंगदारी मांगने वाले शामिल सदस्य उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के नाम का प्रयोग कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार टीएसपीसी का नया गैंग लगातार कारोबारियों को अपना निशाना बना रहे हैं। व्यवसायियों से TSPC के सदस्य अरविंद और अनल के नाम पर रंगदारी वसूल किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार हाल के दिनों में जितने भी कारोबारियों से फोन कर रंगदारी मांगी गई है, उन सभी में से एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग में लाया गया है। गैंग के सदस्यों ने कभी अरविंदजी के नाम पर तो कभी अनल के नाम पर कारोबारियों को धमकी दे रहे है। इसको ले करके राजधानी के व्यवसायियों के बीच काफी दहशत फैला हुआ है। हालांकि राँची पुलिस एस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुटी हुई है।
कारोबारियों से माँग रहे है लाखों रुपए
हाल के दिनों में इस गैंग के सदस्यों ने ईंट भट्टा संचालक, जमीन कारोबारी और खनन कारोबारियों को फोन कर रंगदारी मांग चुके हैं। इनमें से कुछ कारोबारियों को गैंग के कुछ लोगों ने मिलने के लिए भी बुलाया है। जिन कारोबारियों से इन लोगों ने रंगदारी मांगी है, वे कांके, बुढ़मू और ओरमांझी के क्षेत्र के हैं। रांची पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार , जब रातू थाना क्षेत्र के हाजी चौक पर स्थित मुख्तार होटल में रविवार को हुई गोलीबारी मामले की जाँच शुरू हुई तो पुलिस ने गोलीबारी मामले में प्राथमिकी अभियुक्त राजा और यादव को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार टीएसपीसी के नए गैंग ने कांके के ITPB स्थित माइंस कारोबारी से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। वहीं बुढ़मू क्षेत्र में स्थित एक ईंट भट्टा संचालक से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। पुलिस का कहना है कि इसी गैंग ने रातू थाना क्षेत्र के हाजी चौक निवासी कमरुल हक से भी 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। पुलिस को आशंका है कि कमरुल के इंकार करने के बाद ही उन लोगों ने मुख्तार होटल में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया।