L19 DESK : राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर अब कम विजिबिलिटी (रौशनी) पर भी विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ की सुविधा मिलेगी। इसको लेकर भारतीय विमान प्राधिकरण (एएआइ) के निदेशक केएल अग्रवाल ने 30 करोड़ की योजना का शिलान्यास किया। कैट-2 लाइटिंग व्यवस्था से खराब मौसम और विजिबिलिटी पर भी यात्री विमान आसानी से रांची एयरपोर्ट पर लैंड कर सकेंगे।
अभी खराब मौसम की वजह अथवा कम विजिबिलिटी से विमानों को दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया जाता है और रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लगे एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर से उतरने की अनुमति नहीं दी जाती है। नयी व्यवस्था बहाल होने में एक वर्ष का समय लगेगा। इसमें एयरपोर्ट के 2.5 किलोमीटर तक के रनवे और एप्रोन तक नयी लाइटिंग व्यवस्था बहाल कर दी जायेगी।
कैट-2 लाइटिंग व्यवस्था से 1200 मीटर की विजीबिलिटी को 850 मीटर कर दिया जायेगा। इससे बारिश, जाड़े के मौसम में विमानों के उतरने और उड़ान भरने में सहुलियत होगी। नयी व्यवस्था लागू होने से विजिबिलिटी की वर्तमान सीमा को 450 मीटर तक कम कर दिया जायेगा।