L19/Deoghar : जामताड़ा के बाद अब देवघर साइबर क्रिमिनल्स का जोन बनता नजर आ रहा है। हर दिन यहां से साइबर क्राइम से जुड़ी खबरें आ रही है। इसी कड़ी में CID और देवघर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए देवघर से दो साइबर क्रिमिनल्स की गिरफ्तारी हुई है। आठवीं पास एक ट्रक का खलासी साइबर क्रिमिनल बना और रिटायर्ड जीएम को निशाना बनाते हुए उनके बैंक अकाउंट से दो लाख रुपये की ठगी कर ली। रांची में CID के डीजी अनुराग गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि रिटायर्ड जीएम आभाष कुमार के खाते से दो लाख रुपये से अधिक की निकासी फर्जी तरीके से की गई थी।
बताया कि आभाष कुमार ऑनलाइन फ्लाइट का टिकट बुक कर रहे थे। लेकिन, तकनीकी दिक्कत आने पर उन्होंने गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकाल कर कॉल किया। लेकिन, कॉल कस्टमर केयर में न लगकर साइबर क्रिमिनल के दिये नंबर पर लग गया। इसके बाद साइबर क्रिमिनल की ओर से आभाष कुमार को एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने को कहा। ऐप डाउनलोड होने के बाद उसके अकाउंट से रुपये के ट्रांजेक्शन होने पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही इस मामले में जांच शुरू हुई, इस दौरान पुलिस ने मोबाइल ट्रेस कर दो साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया।
वहीं, एक अन्य साइबर क्रिमिनल की तलाश जारी है। CID के डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि ठगी के पैसे को साइबर क्रिमिनल्स ने कई ऑनलाइन साइट पर सामान खरीदने में इस्तेमाल किया था। वहीं, कहा कि इस पूरे घटना का मास्टरमाइंड आरिफ राजा है। आरिफ राजा मुख्य रूप से ट्रक में खलासी का काम करता है। इसने ठगी करना अपने रिश्तेदार इमरान अंसारी से सीखा है। कहा कि साइबर ठगी करने वालों का गैंग देवघर में अब भी सक्रिय है। उन्होंने कहा कि रातों रात अमीर बनने का सपना देख कर युवा साइबर अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं।