L19/Ranchi : झारखंड में मॉनसून देरी से दस्तक देगा। दिन में चिलचिलाती गर्मी तो देर शाम आंशिक बादल छाए रहने और सतही हवा के बहने से गर्मी से लोगों को राहत मिल रही है। दरअसल, इस बार केरल में मॉनसून के 4 जून तक आने की बात कही जा रही थी, मगर अब मॉनसून आने में देरी है। वैसे तो आमतौर पर मॉनसून 1 जून तक केरल तक प्रवेश कर जाता है। हालांकि, मॉनसून आने में अभी देरी है। इसका प्रभाव सीधे तौर पर किसानों को झेलना होगा। मॉनसून में देरी के कारण बारिश सामान्य से कम होगी। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के पुर्वानुमान के अनुसार, राज्य में मॉनसून 18 से 20 जून तक प्रवेश करने की संभावना है। इसके पीछे का कारण मौसम में परिवर्तन है।
बताया जाता है कि जब कभी भी राज्य में देरी से मॉनसून आया है, तब सामान्य से कम बारिश हुई है। और इससे किसानों को बहुत नुकसान होता है। दरअसल, राज्य में मानसून में 1022.9 मिमी बारिश को सामान्य माना जाता है। मौसम विज्ञान केंद्र के पिछले 9 साल के आंकड़ों को देखें तो सात साल बाद यहां मानसून देरी से पहुंचेगा।
किसानी को लेकर क्या कहते हैं बीएयू के कुलपति?
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओंकारनाथ सिंह के अनुसार, किसानों को खरीफ की खेती सही समय पर कर लेने चाहिए। खेतों की तैयारी में जून माह में बोई जाने वाली फसलों के लिए खेत की जुताई को प्राथमिकता के साथ पूरी कर लें।अंतिम जुताई से पहले खेतों में कंपोस्ट खाद डालकर अच्छी तरह मिट्टी में मिला दें। किसानों के लिए मिट्टी जांच के आधार पर अनुशंसित फर्टीलाइजरों की मात्रा का प्रयोग करना उचित होगा। खेतों की मिट्टी एसिडिक प्रकृति के होने पर किसानों को मक्का, दलहनी एवं तेलहनी फसलों की खेती में बुआई के समय 4 क्विन्टल प्रति हेक्टेयर की दर से चूना का प्रयोग पंक्तियों में कर मिट्टी में अच्छी तरह मिलाना चाहिए।
कैसा रहेगा राज्य का मौसम?
7 जून: राज्य के पूर्वी हिस्सों में कहीं कहीं हीटवेव का असर देखने को मिलेगा, येलो अलर्ट जारी
8 जून: राज्य के पूर्वी व निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं कहीं हीटवेव का रहेगा असर, येलो अलर्ट जारी
9 जून: राज्य के कुछ हिस्सों में हीटवेव की संभावना, येलो अलर्ट जारी
10 जून: राज्य के कुछ हिस्सों में हीटवेव की संभावना, येलो अलर्ट जारी