L19/Odisha : बालासोर हादसे के ठीक 5वें दिन बाद ट्रैक को दुरुस्त कर लिया गया है, 5/6/2023 से ट्रेन आवाजाही सुरू कर दी गई है। पर रेल विभाग के जहन पर अबतक उठ रहे है कई सवाल और अबतक का सबसे बड़ा सवाल यह है, कि कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन पर कैसे पहुँची? क्यूंकि जब ट्रेन कि रूट एक बार तय कर दी जाती है, तो फिर यह नामुमकिन है, कि वह दूसरे रूट पर चली जाए। ट्रेन तब तक रूट नहीं बदल सकती जब तक कि कोई सीस्टम के साथ छेड़छाड़ न हुआ हो। इसलिए विभाग यह वजह बता सीबीआई जांच के लिए सौप रही है।
हादसा नहीं साजिश पर शक, करोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन पर कैसे पहुंची?
सूत्रों के अनुसार मालगाड़ी लूप लाइन पर नहीं खड़ी होती तो ट्रेन चालक खुद ट्रेन रोक पाता या अधिक से अधिक ट्रेन डिरेल हो जाता। लेकिन लूप लाइन पर जिस तरीके मालगाड़ी खड़ी थी, उसी तरफ से रेल कैसे आ गई? किसी अज्ञात को हर दिशा, समय, हादसे का आकड़ा आकलंन पहले से ही कर रखा था और यही कारण है कि सेकंड भर मे ट्रेन और सवारियों का यह दुर्दशा हो गया। पर बगल वाली मालगाड़ी किसी भी प्रकार से चपेट में नहीं आई। बालासोर जीआरपी ने रेल दुर्घटना से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।