L19/BOKARO : गर्मी के दस्तक से सुख रहे लोगों के हलक । जरीडीह में पेयजल संकट गहरााता जा रहा है। कुआ ,तालाब, चेक डैम व प्राााकृतिक जल स्रोत सुख गये है। गांव से शहर तक मानव जीवन के अलावे पशु-पक्षियों के लिए पानी का संकट उत्पन्न हो गया है।जानकार बताते हैं कि प्रकृतिक जल संसाधन का दोहन और पेड़ पौधों का कम हो जाना बताया जाता है।।जैैैना मोड चौक ,तुुुपकाडी ,बालीडीह सहित कई इलाकों में कुछ एक को छोडकर हैड पंप पानी देना बंद कर दिया हैं। गांव वाले बतातेे हैं कि जल स्तर लगभग डेढ़ सौ से ढाई सौ फीट नीचे चला गया है।
सरकार के लाख प्रयास के बावजूद जल संकट से छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है, हालांकि जलस्तर को ऊपर लाने के लिए सरकार गंभीर दिख रही है। वृक्षारोपण व बरसात का पानी को संचय करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मनरेगा से तालाब, डोभा चेक डैम का निर्माण करवा रही है। बावजुद जलस्तर के गिरने से पानी का संकट गहराता चला जा रहा है। जानकारो के मुताबिक फसलों की सिंचाई करने व संपन्न परिवार के लोग बड़े पैमाने पर हैंडपंप व डीप बोरिंग लगा रखे हैं। जो गहराई तक भूगर्भ जल का दोहन होता है।
लगातार दोहन से प्नखड के ग्रामीण इलाको में भी जलस्तर काफी नीचे चला गया ।।इघर। जैनामोड जलापूर्ति योजना में लगी पाइपलाइन जो चास प्रखंड के 2 पंचायत एवं जरीडीह प्रखंड के 8 पंचायतो मे घर- घर पानी पहूचा रही है। लेकिन पाइपलाइन जगह-जगह लीकेज है, जिससे रोज फिल्टर पेयजल व्यर्थ बह रहा है। इसे रोकने में विभाग केवल खानापूर्ति झलक रही है। सिस्टम को चला रहे संवेदक पैसे के अभाव व सीमित संसाधन के रोना रोते हुए भी बाद नियमित पानी पहुंचाने का प्रयासरत है। जरीडीह पेटरवार व कसमार की लाईफ लाईन कहे जाने वाली खांजो नदी में माफिया द्वारा पत्थर का खनन के बाद से जल स्तर में ओर गिरावट हो गया है।
इस नदी से जो भी छोटी नदियां जो कहीं -कही सुख गया या सूखने के कगार मे है। लोग बताते है।की जन प्रतिनिधि व प्रशासन यदि पहल कर नदी मे जगह-जगह बांध निर्माण करवा सके तो बरसात का पानी संचित कर सालो भर पानी उपयोग में लाया जा सकता है । नदी के बगल में बसे गांव को तत्काल जल समस्या दूर हो जाएगी। नदी तट पर वृक्षारोपण से जलस्तर नीचेे जाने से रोका जा सकता है । ।जल स्तर को बढाने के लिये प्राकृतिक जल स्रोतों ,पोखरों को पुनर्जीवित करना होगा। ।.बरसात के पहले बंजर व ऊसर भूमि की जुताई करनी चाहिए, ।तभी जलस्तर में गिरावट कम होगा।