झारखंड के आदिवासी बहुल जिले गुमला में शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर अधिकारियों द्वारा बेहद ही अच्छी पहल की गई है. अधिकारियों ने बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए ‘सिकछा कर भेंट’ (शिक्षा की भेंट) अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत डीसी से लेकर अंचल अधिकारी रैंक के 96 अफसर, 140 स्कूलों 10वीं-12वीं बोर्ड के बच्चों की सप्ताह में दो क्लास लेंगे.
इस अभियान का मुख्य उद्देशय शिक्षा के प्रति बच्चों में रुझान बढ़ाना है. इस अभियान को चालू भी कर दिया गया है. अधिकारियों द्वारा उठाई गई इस पहल से छात्र के साथ-साथ उनके परिजन भी काफी उत्साहित हैं.
‘सिकछा कर भेंट’ अभियान दिया गया नाम
मिली जानकारी के अनुसार गुमला डीसी कर्ण सत्यार्थी खुद इस अभियान की समीक्षा स्कूलों में जा-जाकर कर रहे हैं. छात्रों से बातकर सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं. इस अभियान को ‘सिकछा कर भेंट’ नाम दिया गया है, जिसका मतलब होता है ‘शिक्षा की भेंट’. इस अभियान के तहत अधिकारियों का प्रयास है कि साल 2025 में होने वाले बोर्ड परीक्षा में बच्चों का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहे.