L19 DESK : विधि आयोग ने यूसीसी मतलब समान नागरिक संहिता कानून को बनाने की प्रक्रिया पर सार्वजनिक सुझाव मांगे थे। जिसका करने का कार्य गुरुवार को पूरा हो गया। आखरी तारीख तक में लगभग 60 लाख से अधिक सुझाव आयोग को मिले। आज तक के इतिहास में कभी भी किसी कानून पर इतनी अधिक संख्या में अपना सुझाव/राय नही दिया है। सबसे अधिक सुझाव और अपतियाँ मुस्लिम संगठनो से मिली है। इनमे से यूसीसी (समान नागरिक संहिता)कानून को लागू न करने वाले सुझावों अलग किया जाएगा।
पीड़ित महिलाओं ने अपनी परेशानियाँ बताई
अधिक संख्या में विधि आयोग को पिड़ीताओं ने अपनी परेशानीयां लिख कर भेजी है। जिसमे महिलाओं ने बताया है की तलाक लेने, संपति में हिस्सेदारी और बच्चों की कस्टडी लेने में उन्हें निजी कानून की बाधाओं का सामना करना पड़ता है। यूसीसी (समान नागरिक संहिता) कानून पर कनाडा, ब्रिटेन, खाड़ी देशों से सुझाव है। बताते चलें की यूसीसी पर 2018 में 76 हज़ार सुझाव आयें थे।
विधि आयोग आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का लेगा सहारा
मिली जानकारी के अनुसार रायशुमारी की समयसीमा को 28 जुलाई तक बढाया जा सकता है। 60 लाख से अधिक सुझाव मिलने के बाद आयोग एक जैसे सुझाव को छांटने के लिए एआई (आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस) टूल्स का सहारा लेगा, क्योंकि ज्यदातर सुझाव ईमेल के जरियें आये है, तो एआई (आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस) टूल्स से इनको छांटने में आसानी होंगी, और हिन्दी,अंग्रेजी तथा अन्य भाषाओं में आयें सुझावों का अनुवाद भी किया जायेगा।