L19/Ranchi : साल 2021 में रांची के ओरमांझी में महिला की सिर कटी लाश बरामदगी मामले में आरोपी पति शेख बेलाल और अफसाना खातून को दोषी करार दिया गया है। इसकी सुनवाई अपर न्यायायुक्त एमके वर्मा की अदालत में हुई। अब अदालत सजा के बिंदु पर 30 नवंबर को सुनवाई करेगी। सुनवाई के दौरान प्रभारी अपर लोक अभियोजक मीनाक्षी कंडुलाना ने 19 गवाहों का बयान दर्ज कराया, जिसके आधार पर आरोपियों को अपराधी करार दिया गया है। गौरतलब है, दोनों आरोपियों ने 3 जनवरी 2021 को साजिश के तहत चान्हो के चटवल की रहनेवाली सूफिया परवीन की हत्या कर दी थी।
ओरमांझी थाने में घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। मामले के खुलासे के तहत आरोपियों ने धारदार दाउली से गला रेतकर युवती का सिर काट दिया था। युवती का सिर रांची के पिठौरिया थाना क्षेत्र के चंदवे बस्ती स्थित खेत में दफना दिया गया था, जिसे पुलिस ने 12 जनवरी को बरामद किया था। घटना के 12वें दिन पुलिस ने सबसे पहले अफसाना खातून की गिरफ्तारी की थी। उसके बाद भाग रहे शेख बेलाल को सिकिदिरी में ऑटो में धर दबोचा गया था। दोनों आऱोपी 15 जनवरी 2021 से लगातार जेल में हैं।
बता दें, 3 जनवरी 2021 को पिठौरिया के चंदवे में एक महिला की सिर कटी लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने सिर खोजनेवाले को 5 लाख रुपये इनाम देने की भी घोषणा की थी। चान्हो के चटवल निवासी ने मृतक सोफिया को अपनी बेटी बताया। इसके बाद माता पिता से डीएनए मैच कराया गयाष तब जाकर इसकी पुष्टि हुई थी।
क्या था पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, सोफिया अपने पति को छोड़ कर शेख बेलाल के साथ अवैध रुप से रह रही थी। वह बेलाल की पत्नी बनना चाहती थी। इसके लिये वह पहली पत्नी को तलाक देने का लगातार दबाव बनाने लगी। ऐसा न करने पर उसने जेल भेजने की धमकी दी थी। बेलाल आर्म्स एक्ट के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। सूफिया ने ही उसे जेल भिजवाया था। जब बेलाल ने कहा कि वह अफसाना को नहीं छोड़ सकता, तो सूफिया गुस्सा जाहिर करने लगी। उसने बेलाल को फिर जेल भिजवाने की धमकी दी।
बेलाल को इस बात की आशंका थी कि सूफिया उसे फिर से किसी केस में फंसा कर जेल भेज सकती है, जिसके कारण पूरा परिवार बर्बाद हो जायेगा. तब उसने पहली पत्नी साबो के साथ मिल कर सूफिया को अपने रास्ते से हटाने की योजना तैयार की. इसके बाद तीन जनवरी को ओरमांझी ले जाकर सूफिया की हत्या कर दी. घटना के बाद पुलिस ने 14 जनवरी 2021 को शेख बेलाल व उसकी पत्नी अफसाना खातून को गिरफ्तार किया था. इस मामले के बेहतर अनुसंधान के लिए ओरमांझी थाना के तत्कालीन थाना श्याम किशोर महतो और सिल्ली के तत्कालीन डीएसपी चंद्रशेखर आजाद को केंद्रीय गृहमंत्री बेस्ट अनुसंधानक अवार्ड मिला था.