Article: क्या भाजपा का मेनिफेस्टो झारखंड के चुनाव में बड़ा गेमचेंजर साबित होने वाला है ? क्या भाजपा अपने पंचप्रण नामक घोषणापत्र के जरिये हेमंत सरकार का तख्तापलट करने जा रही है ? क्या कांग्रेस और झामुमो को भाजपा के चुनावी वादों से बड़ा झटका लगा है ? ये सवाल भाजपा के पंचप्रण नामक चुनावी मेनिफेस्टो की घोषणा के बाद से ही खड़े होने शुरु हो गये हैं। इसलिये आज हम पहले तो आपको बतायेंगे कि आखिर भाजपा का ये पंचप्रण है क्या, और इसके जरिये भाजपा कैसे बड़े खेल को अंजाम दे सकती है। दरअसल, कल अक्टूबर की 5 तारीख को भाजपा ने पंचप्रण के जरिये 5 चुनावी वादे कर दिये, जिसमें पार्टी ने महिलाओं और युवाओं को फोकस में रखते हुए हेमंत सरकार की नीतियों को चुनौती देने का नया रास्ता निकाला है। हालांकि अभी और भी चुनावी वादों की घोषणा किश्तों में की जायेगी, झारखंड के 25 साल पूरे होने के अवसर पर भाजपा 25 चुनावी वादे करेगी। इसके बाद भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 150 चुनावी वादों की घोषणा करेगी। मतलब कि भाजपा की सारी प्लैनिंग हो चुकी है, अब बस इसका बिगुल बजाना बाकि है।
खैर, अब जो पहले चरण में पार्टी ने घोषणापत्र जारी किया है, इसमें सबसे पहले नंबर पर गोगो दीदी योजना को रखा गया है, जिसे सीधे तौर पर हेमंत सरकार की मईंया सम्मान योजना के काट के तौर पर देखा जा रहा है। मईंया सम्मान योजना में जहां जेएमएम-कांग्रेस की सरकार महिलाओं के खाते में हर महीने 1 हजार रुपये डाल रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने इसके काट में गोगो दीदी योजना लाकर हर महीने, ठीक 11 तारीख को झारखंड की हर महिलाओं के खाते में 2100 रुपये डालने का वादा किया है। मतलब हेमंत सरकार की मईंया सम्मान राशि के मुकाबले दुगुना से भी ज्यादा राशि देने का भाजपा ने वादा किया है।
इसके बाद दूसरा वादा है लक्ष्मी जोहार योजना के तहत सभी घरों में एलपीजी गैस सिलेंडर मात्र 500 रुपये में देने का, इसके साथ साथ साल में दो सिलेंडर बिल्कुल फ्री में उपलब्ध कराया जायेगा। भाजपा का ये चुनावी वादा भी सीधे तौर पर महिलाओं से जुड़ा हुआ है, क्योंकि अमूमन हर घर में चूल्हा चौका की जिम्मेदारी महिलाओं की होती है, गैस सिलेंडर महंगे होने के कारण महिलाओं को ही इसका सबसे ज्यादा हर्जाना उठाना पड़ता है। फिलहाल, हेमंत सोरेन सरकार झारखंड में 14 किलो 200 ग्राम का एलपीजी सिलेंडर 850 रुपये में उपलब्ध करा रही है, ऐसे में भाजपा का 500 रुपये में एलपीजी गैस सिलेंडर देने का वादा झारखंड की राजनीति में गेम चेंजर साबित हो सकता है। हालांकि, ये भी गौर करना जरूरी है कि केंद्र की भाजपा सरकार के 10 सालों के कार्यकाल के दौरान गैस सिलेंडर की रेट में बहुत बड़ा उछाल देखने को मिला है। और वही भाजपा लोकसभा चुनाव के दौरान गैस सिलेंडर का रेट कम कर देती है, और अब झारखंड में विधानसभा चुनाव के समय इसका रेट 500 करने का वादा करती है। मतलब साफ है, आप ही महंगाई भी बढ़ायें और फिर आप ही चुनाव के समय चीज़ें सस्ते करके ढिंढोरा पीटेंगे कि हमने लोगों को महंगाई की चपेट से बाहर निकाला है।
बहरहाल, इसके बाद भाजपा ने तीसरे नंबर पर स्थान दिया है रोजगार को। भाजपा का वादा है कि वह राज्य में सुनिश्चित रोजगार योजना शुरू करेगी। भाजपा ने झारखंड में युवाओं के लिए 5 साल में 5 लाख स्वरोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही है। वहीं, 2 लाख 87 हजार खाली सरकारी पदों को भी भरने की बात कही गई है। भाजपा का वादा है कि अगर उसकी सरकार बनी, तो नवंबर 2025 तक 1.5 लाख रिक्त पदों पर युवाओं को नौकरी दी जायेगी. वार्षिक कैलेंडर पेश किया जायेगा, जिसमें सभी मौजूदा परीक्षाओं को एक ही परीक्षा में शामिल किया जायेगा. दूसरी ओर हेमंत सोरेन सरकार ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव के समय पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। वहीं, झामुमो की ओर से हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि राज्य के बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जायेगा, जो कि आज तक धरातल पर नहीं उतर सका है, इस वादे को भाजपा अपने चुनावी कैंपेन “मिला क्या” के जरिये बार बार उठाने का काम कर रही है, और अब तो भाजपा ने अपने चुनावी वादे में इस बात की घोषणा कर दी है कि वह युवा साथी योजना के जरिये ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं, जो अपना करियर शुरु करने के लिये स्ट्रगल कर रहे हैं, उन्हें दो सालों के लिये 2000 रुपये हर महीने भत्ते के तौर पर देगी। इस चुनावी वादे को भाजपा ने पंचप्रण नामक घोषणापत्र में चौथे स्थान पर रखा है।
वहीं, घोषणापत्र में आखिरी संकल्प आवास देने का है। भाजपा राज्य में घर साकार योजना शुरू करेगी. इसके तहत बालू मुफ्त में उपलब्ध कराया जायेगा। भाजपा का कहना है कि वह पीएम आवास योजना को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए 21 लाख घरों का निर्माण और हर एक को एक लाख की बढ़ी हुई सहायता राशि प्रदान करेगी। इसके अलावा, जल जीवन मिशन के तहत 59 लाख घरों को नल के पानी का कनेक्शन भी प्रदान करेगी। भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार की ‘अबुआ आवास योजना’ को कड़ी टक्कर देने के लिए ‘घर साकार योजना’ शुरू करने का वादा किया है।
कुल मिलाकर देखें, तो भाजपा ने इन पांच चुनावी वादों के जरिये, खास कर महिला और युवा वोटरों को साधने की कोशिश की है। भाजपा का ‘पंचप्रण’ अभियान हेमंत सोरेन सरकार के लिये चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि जेएमएम और कांग्रेस का विजन अभी भी धुंधला दिख रहा है। अगर भाजपा अपनी रणनीति को सही तरीके से लागू करती है, औऱ अपने target audience का मूड बदल पाने में कामयाब होती है, तो हेमंत सोरेन के लिए अपनी सत्ता बचा पाना बड़ा मुश्किल होगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि हेमंत सोरेन और उनकी सरकार भाजपा की इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है, और क्या हेमंत सोरेन अपने कार्यकाल को बचा पाने में सफल हो पाएंगे या फिर इस बार एक बड़ा उलटफेर देखने को मिलेगा। वैसे इस पर आपकी क्या राय है, ये हमें कमेंट कर के जरूर बतायें।
क्या “पंचप्रण” के नाम पर सत्ता में वापसी कर पायेगी भाजपा?
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