L19 DESK : जयराम महतो की पार्टी JLKM में महिलाओं को न्याय कब मिलेगा, यह आज भी एक बड़ा सवाल है. सवाल ये भी है कि रजनी रवानी के लिए जयराम महतो और उनकी पार्टी की ओर से गठित की टीम ने अभी तक पार्टी के सामने क्या रिपोर्ट पेश किया है. या फिर जांच टीम का गठन महज एक दिखावा था. जांच टीम के गठन को अब 20 दिन होने को हैं लेकिन टीम के एक भी सदस्य ने रजनी रवानी का पक्ष जानने तक की कोशिश नहीं की. और क्या अब जयराम महतो की बात पार्टी के नेता और पदधिकारी मान नहीं रहे हैं क्योंकि जयराम ने एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगा था लेकिन अभी रिपोर्ट भेजा नहीं गया है. खैर, विधायक जी और उनके नेता फिलहाल क्रिकेट खेलने में व्यस्थ हैं, महिला के साथ पार्टी में इतनी घिनौनी हरकत पर जवावदेही के लिए उनके पास अभी टाइम नहीं है.
दरअसल, 19 जनवरी, 2025 को केंद्रीय महासचिव महिला मोर्चा, रजनी रवानी ने JLKM पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस इस्तीफे के बाद पूरा मामला सामने आया. रजनी ने इस्तीफे का कारण मान-सम्मान को ठेंस पहुंचाना बताया. इसके बाद रजनी ने थाने में एक एफआईआर दर्ज कर JLKM के केंद्रीय प्रवक्ता सुशील मंडल और जेएलकेएम के प्रधान महासचिव फरजान खान तथा महामंत्री सद्दाम हुसैन पर अश्लील वीडियो वायरल करने के संबंध में थाने में शिकायत भी दर्ज कराई, इतना सबकुछ होने के बाद भी जयराम महतो शांत रहें. ना ही रजनी के साथ इतनी घिनौनी हरकत पर जयराम महतो ने कोई एक्शन लिया. वहीं, रजनी के आरोपों पर जब मीडिया ने बात करना शुरू किया और जयराम महतो की चुप्पी पर सवाल खड़े होने लगे तब जाकर, कई दिनों बाद JLKM ने रजनी रवानी के साथ हुए अश्लील वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जांच टीम का गठन किया.
जांच टीम के गठन को अब 20 दिन होने को हैं लेकिन जांच रिपोर्ट पर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा. 24, जनवरी, 2025 को जेएलकेएम की ओर से पत्र जारी कर सात सदस्यीय टीम का गठन किया. इसके अलावा पत्र में यह भी कहा गया कि जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर पार्टी को सौंपनी होगी, जांच रिपोर्ट के आधार पर उपरोक्त पदाधिकारियों यानी जेएलकेएम के उन नेताओं, जिसपर आरोप लगा है, उनके राजनीतिक भविष्य पर फैसला होगा.
खैर, फैसला तब होगा जब रिपोर्ट आएगा लेकिन यहां गेम ही कुछ और चल रहा है. जांच टीम के गठन को आज कुल 20 दिन हो गए हैं लेकिन जांच कहां चल रहा है शायद किसी को पता नहीं है. जांच टीम के कई सदस्य फिलहाल क्रिकेट खेलने में व्यस्थ हैं, खैर, क्रिकेट खेलना भी चाहिए महिला को न्याय मिले या ना मिले क्रिकेट नहीं छुटना चाहिए. लेकिन सवाल तो ये भी है कि जब जांच करनी ही नहीं थी तो फिर पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और डुमरी विधायक जयराम महतो के हस्थाचर वाले पत्र जारी क्यों किए गए. आखिर, महिलाओं को सम्मान दिलाने के नाम पर जयराम महतो की चुप्पी के पीछे क्या राज है. देखिए, इस मामले की सच्चाई इस लिए भी सामने आना जरूरी है क्योंकि ये महिला के सम्मान से जुड़ा विषय है. किसी भी महिला के अश्लील फोटो और वीडियो के अवज में उससे वही करने बोलना जो उस फोटो और वीडियो में हो, वो संगीन से भी संगीन आरोप की श्रेणी में आता है.
अंत में यह सवाल जिसका जवाब पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो को देना चाहिए. वो ये कि क्या पार्टी के पदाधिकारी अब जयराम महतो की बात मान नहीं रहे हैं, आखिर जब जयराम महतो ने एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा तो अभी तक रिपोर्ट सौंपी क्यों नहीं गई, दूसरा इतने संगीन आरोप के बावजूद आखिर तीनों JLKM नेताओं को निष्क्रिय ही क्यों किया गया, उसको पार्टी से निकाला क्यों नहीं गया. जांच कमेटी सदस्यों ने अभी तक रजनी रवानी से बात क्यों नहीं की. क्या सुशील मंडल, फरजान खान और सद्दाम हुसैन से भी अभी तक बात हुई या नहीं ये भी एक रहस्य ही है. लेकिन इस रहस्य से पर्दा कब उठेगा ये तो देखने वाली बात है.