दीपक कुमार
L19/Ranchi : एक कहावत है ऊंट भी कभी पहाड़ के नीचे आता है। रांची में भी प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से सेना के कब्जेवाली जमीन मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ शुरू हो गयी है। जो इस कहावत को चरितार्थ कर रही है। अब तो विष्णु अग्रवाल बीमारी का बहाना बनाने लगे हैं। वैसे भी राजधानी रांची में आसनसोल के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल ने दो अरब से अधिक सिर्फ जमीन खरीदने में लगाये हैं। राजधानी के कई जगहों पर विष्णु अग्रवाल ने विवादित जमीन खरीदी है। यह सारा खेल पावर और सत्ता का रसूख रखनेवाले पावर ब्रोकर रहे प्रेम प्रकाश, पुनीत भार्गव, डीड राइटर भरत प्रसाद, दलाल अफसर अली, मो इम्तियाज अहम, बिल्डर प्रिय रंजन सहाय, प्रमोटर और भाजपा नेता रमेश सिंह और अन्य ने मिल कर किया है। प्रवर्तन निदेशालय को इसकी पूरी जानकारी है।
इडी ने विष्णु अग्रवाल से पूछताछ करना भी शुरू कर दिया है। यह वही विष्णु अग्रवाल हैं, जो मीडिया को अपने कब्जे में रखते थे, क्योंकि न्यूक्लियस मॉल का मालिक होने और मारवाड़ी होने का फायदा यह अक्सर उठाते रहे हैं। इसके अलावा मीडिया के बड़े ओहदेदारों को खुश रखना भी इनकी फितरत में शामिल था। अब वही मीडिया इनकी कारगुजारियों को उछाल रहा है। सूत्रों का कहना है कि विष्णु अग्रवाल ने राजधानी रांची में बन रहे स्मार्ट सिटी में 150 करोड़ रुपये निवेश किया है। ईडी को व्यवसायी विष्णु अग्रवाल के घर से रियल एस्टेट में बड़े निवेश के सबूत मिले हैं। वहां से दर्जनों प्लॉट के कागजात जब्त किए गए हैं।
रांची स्मार्ट सिटी में जमीन खरीदने में भी राजधानी के सक्रिय बड़े रीयल इस्टेट डेवलपर्स कंपनियों ने एक फोरम तैयार किया था। इसमें राज अस्पताल के मालिक योगेश गंभीर, कारोबारी विष्णु अग्रवाल, इलिका इस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड के संतोष जैन समेत अन्य शामिल थे। विष्णु अग्रवाल ने रांची के स्मार्ट सिटी परियोजना में दो आवासीय और एक मिक्स्ड यूज के कुल 25.38 एकड़ के तीन प्लॉट खरीदे हैं। ये प्लॉट चैलेस रियल एस्टेट नामक कंपनी के नाम पर रिजर्व प्राइस में खरीदे गए हैं। स्मार्ट सिटी में कुल छह आवासीय और दो मिक्स्ड यूज के प्लॉट की नीलामी में प्रतिस्पर्धा न हो, इसलिए रांची के बिल्डरों ने आपस में ही गठबंधन कर लिया। एक ही कंपनी में कई बिल्डर हिस्सेदार बन गए, ताकि रिजर्व प्राइस में जमीन मिल सके।
नतीजा यह हुआ कि इन्हें आवासीय प्लॉट 6.62 लाख और मिक्स्ड यूज प्लॉट 10.15 लाख रुपए डिसमिल की दर से मिल गया। अब अग्रवाल के यहां से मिले कागजातों से कई बिल्डर, नेता और अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। सिरमटोली में सेना की जमीन विष्णु अग्रवाल ने 24 करोड़ में खरीदी है। इसके अलावा रामेश्वरम की सेना की कब्जेवाली जमीन का भी सौदा 10 करोड़ से अधिक में किया गया है। चेशायर होम रोड में 1.50 एकड़ जमीन का सौदा भी पांच करोड़ से अधिक में किया गया है। इसके अलावा पुगड़ू, टाटीसलवे के महिलौंग, नामकुम अंचल के बसारगढ़, कांके रोड समेत अन्य जगहों में भी विष्णु अग्रवाल ने 20 करोड़ रुपये से अधिक रुपये फंसाये हैं। रांची के प्रोजेक्ट भवन मंत्रालय में अवस्थित नगर विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत स्मार्ट सिटी कारपोरेशन लिमिटेड बनाया गया है।
इसमें सूडा के निदेशक आइएएस अमित कुमार सरीखे अधिकारी रहे हैं। अमित कुमार फिलहाल खान निदेशक भी हैं। अरबन डेवलपमेंट एंड हाउसिंग डिपार्टमेंट झारखंड के अधीन सूडा आता है। सूडा के निदेशक अमित कुमार हैं, जबकि नगर विकास विभाग के सचिव विनय चौबे हैं। इसके अलावा एक अन्य एजेंसी डीएमए भी है, जिसके निदेशक आदित्य कुमार आनंद हैं। स्मार्ट सिटी परियोजना में एरिया बेस्ड डेवलपमेंट किया जायेगा। इसमें संस्थानों के लिए 134.06 एकड़ में आधारभूत संरचनाएं विकसित की जायेंगी। आवासीय इलाकों के लिए 87 एकड़ को विकसित किया जायेगा। व्यावसायिक गतिविधियों के लिए 67.07 एकड़ स्पेश मुहैया कराया जा रहा है। कुल 656.43 एकड़ में स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है।