
L19/Bokaro : अपने हुनर से ही इतिहास रचा जाता है, ऐसा ही कर दिखाया है बोकारो (झारखंड) के विक्की कुमार ने जिनके पिता ट्रक चालक हैं। विक्की ने मात्र 4 दिनों में 77 पन्नों की किताब लिखकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। विक्की महज़ 22 वर्ष के हैं, लेकिन उनकी क़लम की ताक़त को आज पूरी दुनिया ने देख लिया। साथ ही उन्होंने दुनिया के सबसे तेज़ लेखक होने का ख़िताब (World’s Fastest Male Writer) मिला है। चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से बताते हैं कि विक्की की प्रेरणा कौन हैं और उन्होंने ये कैसे मुमकिन किया। आइये जानते है, उसने अपनी किताब द टॉपर हु नेवर वेन्ट टू कॉलेज (The Topper who never went to college) महज चार दिनों में ही लिख दिया। वर्ल्ड वाइड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने के बाद हर तरफ विक्की की चर्चा जोरों से हो रही है।
झारखंड के बोकारो जिले के फुसरो के रहने वाले विक्की कुमार उर्फ लिविंग आईकॉन पॉल ने महज 22 वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की है. विक्की के पिता सीसीएल के कारो परियोजना में ट्रक चालक है। बता दे उन्होंने अब तक दो किताबें लिखी है। विक्की की पहली किताब ‘द टॉपर हु नेवर वेंट टू स्कूल’ और उनकी दूसरी किताब ‘द टॉपर हु नेवर वेंट टू कॉलेज’ प्रकाशित हो गई है। विक्की ने बताया कि वह शुरू से ही किताब पढ़ने का शौकीन थे। उन्होंने काफी किताबें पढ़ी हैं। एक दिन वो रोबिन शर्मा की किताब पढ़ रहे थे। किताब पढ़ते हुए ऐसा ख्याल आया कि क्यों ना मैं भी किताब लिखूं, जो छात्रों के जीवन को सफल बनाने में सहायक सिद्ध हो। उसके बाद उन्होंने किताब लिखना शुरू कर दिया।
उनकी किताब ‘द टॉपर हु नेवर वेंट टू स्कूल’ एक ऐसी किताब है, जो छात्रों को यह बताती है कि जो कभी स्कूल नहीं गए वे भी अपनी लाइफ में टॉपर बन सकते हैं और जीवन को अच्छे से सफलतापूर्वक जी सकते हैं। विक्की ने बताया कि आज कल स्कूल, पढ़ाई, नौकरी, घर, गाड़ी इसी में युवाओं की पूरी जिंदगी खत्म हो जाती है। समाज या देश के लिए कुछ करना या कुछ खास बन जाना, अभी युवाओं का लक्ष्य नहीं है। वर्तमान में विक्की स्कूल जाकर एजुकेशन से संबंधित काउंसलिंग और बच्चों को प्रेरणात्मक बातें बताने का काम करते हैं।
