L19 DESK : केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि मौजूदा सरकार के काम करने की ना तो इच्छाशक्ति है और न ही कोई विजन। इसका ही परिणाम है कि झारखंड के किसी भी विखास में केंद्र से मिली राशि का 100 फीसदी खर्च नहीं हुआ। हेमंत सोरेन सरकार ने पैसे लौटाये हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि जब केंद्र से हम राज्यों को पैसा देते हैं, तो उसकी समीक्षा भी की जाती है।। समीक्षा के क्रम में पता चलता है कि राज्य कहां फिसड्डी साबित हो रहे हैं। झारखंड की मौजूदा सरकार केंद्रीय राशि को खर्च कर पाने में भी असमर्थ साबित हो रही है। झारखंड का कोई भी विभाग मुश्किल से केंद्र से मिली राशि का दूसरा किस्त ले पाता है। क्योंकि मंत्री और अधिकारी काम ही नहीं करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने बजट पेश किया, लेकिन उसका अनुपालन सही तरीके से नहीं हो पाता है, क्योंकि विजन की कमी है, इच्छाशक्ति का अभाव भी है। धरातल पर योजनाएं उतरती ही नहीं हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार केंद्रीय योजनाओं का नाम बदल कर काम करने का ढिंढोरा पीटती है।
चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो अथवा हर घर नल जल योजना, शिक्षा विभाग हो या ग्रामीण विकास विभाग। केंद्र से मिलनेवाली सहायता राशि को खर्च करने की बजाय राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री खुद करप्शन में लिप्त हैं। रेवड़ियों की तरह खनन पट्टे बांटे जा रहे हैं।