L19/DESK : सोमवार को पुरानी संसद में संसदीय कार्यवाही का अंतिम दिन है। मंगलवार से, विशेष रूप से 19 सितंबर से, संसद की गतिविधियाँ नए संसद भवन में होंगी। इस भवन में अपने अंतिम संबोधन के दौरान, पीएम मोदी ने नए सदन में जाने से पहले 75 साल लंबी संसदीय यात्रा को याद करने और इतिहास के उल्लेखनीय और महत्वपूर्ण क्षणों को संजोने के महत्व पर जोर दिया। यह क्षण हम सभी के लिए इस ऐतिहासिक संरचना को विदाई देने का अवसर प्रस्तुत करता है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इस भवन को संसद भवन के रूप में मान्यता मिली। इस संरचना के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों द्वारा किया गया था। हम गर्व से पुष्टि कर सकते हैं कि हमारे साथी देशवासियों का श्रम और प्रयास इसके निर्माण के लिए समर्पित थे। इसके अतिरिक्त, उपयोग किया गया धन भी हमारे देश के लोगों से ही प्राप्त हुआ।
केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र आयोजित करने का कार्यक्रम निर्धारित किया है। विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी, जिसके दौरान चार विधेयक पेश किये जायेंगे। इसके विपरीत, विपक्षी दलों ने सरकार को संबोधित करने और उससे सवाल पूछने के लिए नौ मुद्दों की एक सूची तैयार की है। इस सत्र में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के कुल 24 दल भाग लेंगे।
पीएम सुबह 10.45 बजे संसद पहुंचे। उन्होंने कहा- ‘ये सत्र छोटा है लेकिन समय के लिहाज से बड़ा है। पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- सभी सांसद उमंग और उत्साह के वातावरण में मिले। रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है करते रहिए। जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं, जो उमंग से भर देते हैं। मैं इस छोटे सत्र को इसी रूप में देखता हूं।’