L19 DESK : आज 11 नवंबर है यानि आज ही धनतेरस है। आज हम जानेंगे की धनतेरस क्यों मनाया जाता है ?
क्यों मनाया जाता धनतेरस है?
धनतेरस भारतीय परंपरा में महत्वपूर्ण और उत्सवगत एक त्योहार है। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। धनतेरस का अर्थ होता है ‘धन की त्रयोदशी’। इस दिन धन और संपत्ति की प्राप्ति के लिए भगवान कुबेर और धन्वंतरि की पूजा की जाती है।इस त्योहार का मूल उद्देश्य धन, समृद्धि, और लक्ष्मी की आराधना करके धन की प्राप्ति और व्यापार में समृद्धि की कामना करना होता है।
यह त्योहार व्यापारिक दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि व्यापारिक समुदाय में नए लेन-देन का आरंभ इस दिन किया जाता है।इस दिन मान्यता है कि धनतेरस को धन और भगवान कुबेर की कृपा का दिन माना जाता है। लोग नए वस्त्र, गहने और घर को सजाने के लिए खरीदारी करते हैं। साथ ही, धनतेरस पर लोग लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करते हैं ताकि उनसे धन, संपत्ति और समृद्धि की प्राप्ति हो।यह त्योहार राष्ट्रीय रूप से भारतवर्ष में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। व्यापारिक समुदाय में भी इस दिन का खास महत्त्व है, और लोग इस दिन नए व्यवसायिक योजनाओं की शुरुआत करते हैं।
इसके अलावा, धनतेरस के दिन लोग अपने प्रियजनों को उपहार देते हैं और एक दूसरे के साथ खुशियों का आनंद लेते हैं।धनतेरस एक मानवीय संबंधों को मजबूत करने वाला भी है। यह एक अवसर है जब परिवार के सदस्य एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं और आपसी बंधनों को मजबूत करते हैं।समाप्ति में, धनतेरस एक उत्सव है जो धन, समृद्धि, और परिवारिक खुशियों का प्रतीक है। यह धार्मिक, सामाजिक, और व्यापारिक दृष्टि से एक महत्त्वपूर्ण त्योहार है जो लोगों को एक साथ आनंद और समृद्धि के साथ मिलकर मनाने का मौका देता है।