L19 DESK : बंगाल की खाड़ी में उठे दवाब का असर के चलते झारखंड में पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश हो रही है इस बारिश से राज्य के कई इलाकों में धान की खेती के लिए यह बारिश काफी मददगार साबित हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अभी यह मौसम बना रहेगा। 9 अगस्त तक राज्य में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जाहिर की गयी है।
कई हिस्सों में बारिश की संभावना
मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि सोमवार को राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से (संताल परगना) के कई इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं। मंगलवार को राज्य के उत्तरी हिस्से ( गोड्डा, साहिबगंज, देवघर, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, गिरिडीह, जामताड़ा, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, लातेहार, पलामू और गढ़वा) में भारी बारिश हो सकती है। नौ और 10 को चतरा, पलामू, गढ़वा और लातेहार सहित कई इलाकों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इसे देखते हुए राज्य में येलो अलर्ट जारी किया है।
गढ़वा में सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि यह विक्षोभ का असर है। पलामू प्रमंडल के जिलों में इसका असर दिख रहा है। सोमवार से इसका असर कम होने की उम्मीद है। राजधानी रांची और आसपास के जिलों में भी बारिश है। पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश गढ़वा जिले के भवनाथपुर में हुई है।
बारिश हुई लेकिन अब भी किसानों को नहीं मिल है बड़ी राहत
अच्छी बारिश के कारण किसानों को थोड़ी राहत जरूर मिली है लेकिन अब भी राज्य में हालात बहुत अच्छे नहीं है। 13 जून तक राज्य में महज 1.47 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगी थी, जो 26 जुलाई तक 2.36 लाख हेक्टेयर तक पहुंच पाई थी। चार जून तक 4.76 हेक्टेयर में धान की फसल लग चुकी है।
जून-जुलाई में जहां 2.36 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगाई गई। पिछले एक सप्ताह में 2.40 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है। अभी मौसम को देखते हुए इस आंकडे में बढ़त आ सकती है। अच्छी बारिश के बावजूद भी अभी आंकड़े कम है, राज्य में 18 लाख हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य है। आंकड़े के अनुसार लगभग तीन चौथाई यानी 73.54 प्रतिशत खेतों में धान की रोपनी अबतक नहीं हो सकी है