L19/Ranchi : ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम जनसुनवाई में एक युवक ने सब को चौंका दिया। उन्होंने जनसुनवाई के दौरान मंत्री से अपनी परेशानी साझा करते हुए कहा, ”हुज़ूर! हम जिंदा है, सरकारी कागजों में मार दिया गया।” ऐसा सुनकर सभी कोई वहां स्तब्ध रह गये।
दरअसल, रामगढ़ के पतरातू निवासी लोकनाथ सिंह को सरकारी कागज में मृत घोषित कर दिया गया। अब उनके सारे काम काज रुक गये हैं। उन्होंने पुलिस कोर्ट कचहरी का चक्कर भी लगाया, मगर कुछ हाथ नहीं आय़ा। तब जाकर उन्होंने मंत्री आलमगीर आलम की जनसुनवाई में अपनी आपबीती पेश की।
लोकनाथ ने मंत्री से कहा कि हुजूर हम जिंदा हैं, लेकिन वंशावली में मृत घोषित कर और निसंतान बताकर जमीन हड़पने की साजिश हो रही है। उनकी जमीन बेचकर म्यूटेशन भी किया जा रहा है। लोकनाथ सिंह अपने बेटे प्रेमनाथ सिंह के साथ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वे कई जगहों पर न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। परिवार के अन्य सदस्यों को भी जमीन माफियाओं ने वंशावली में मृत घोषित करवा दिया है। मृत व निसंतान घोषित कर उनकी जमीन बेच दी गई।
जब इसकी शिकायत अंचालाधिकारी से की गई तो उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई और उस जमीन का दाखिल-खारिज कर दिया गया। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
बता दें, मंत्री आलमगीर आलम की जनसुनवाई में जमीन से जुड़े ज्यादा मामले सामने आए थे। ओरमांझी के गुलशन भी पहुंचे। वे दिव्यांग हैं, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। मंत्री ने लाभ दिलाने का आश्वासन दिया। कांग्रेस भवन में आयोजित जनसुनवाई में विभिन्न जिलों से आये लोगों की समस्याएं सुनी गई। मंत्री ने फरियादियों के आवेदनों पर संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।इस जनसुनवाई में रांची, हजारीबाग, लातेहार, गुमला, गिरिडीह, गोड्डा, रामगढ़ जिले के विभिन्न प्रखंडों से लोग शिकायत लेकर पहुंचे। जनसमस्याओं में मुख्य रूप से सड़क निर्माण, भूमि मामले, हैंडपंप, भूमि अधिग्रहण मुआवजा, ह्वील चेयर, प्रधानमंत्री आवास योजना, ट्रांसफॉर्मर लगाने, नाली निर्माण, विधवा महिलाओं को भीमराव आंबेडकर आवास आवंटन करने, पारिवारिक फैसले के संबंध में घर एवं जमीन, छात्रावास निर्माण, जलमीनार मरम्मत को लेकर मांग पत्र सौंपा।