L19 DESK : कर्नाटक के यादगीर से एक स्तब्ध करने वाली खबर सामने आयी है । दरअसल, यहां डॉक्टरों की लापरवाही के वजह से मां के गर्भ में एक बच्चे की मौत हो गई। डॉक्टरों ने सी-सेक्शन सर्जरी करने से मना कर दिया, जब तक परिवार ने उन्हें 10,000 रुपए रिश्वत नहीं दी । पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है । साथ ही, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को स्त्री रोग विशेषज्ञ को निलंबित कर दिया।
डॉक्टर ने 10 हजार रुपये मांगी थी रिश्वत
जिला अस्पताल से निलंबित की गई स्त्री रोग विशेषज्ञ की पहचान डॉ. पल्लवी पूजारी को तौर पर की गई है। अधिकारियों के अनुसार, संगीता गुरुवार को जिला अस्पताल में अपनी डिलीवरी के लिए पहुंची थी। संगीता का नॉर्मल डिलीवरी करना संभव नहीं था, क्योंकि उनकी स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन डॉ. पल्लवी ने कथित तौर पर उसकी सिजेरियन सर्जरी कराने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
संगीता के परिवार के पास उस वक्त इतने पैसे नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद से पैसे इकट्ठा किए और डॉक्टर को दिए। पैसे मिलने के बाद ही सर्जरी की तैयारी की गई थी।
मां के गर्भ में बच्चे में तोड़ा दम
जब तक परिजनों ने पैसे इकट्ठा किए और सर्जरी शुरू होता तब तक काफी देर हो चुका था । डिलीवरी में देरी होने के कारण बच्चे ने अपनी मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया । इसके बाद पीड़िता के परिजनों और दोस्तों ने आरोप लगाया कि स्त्री रोग विशेषज्ञ की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है । उन्होंने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया। रिपोर्ट मिलने के बाद जिला आयुक्त आर स्नेहल ने डॉक्टर पल्लवी पूजारी को निलंबित कर दिया।