L19 Desk: गया पुलिस की एसआईटी टीम की ओर से राष्ट्रपति आवास, पीएम हाउस सहित कई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर ड्रोन से उड़ाने की धमकी देने वाले शख्स की तलाश कर ली गयी है। शख्स ने धमकी देकर देशभर में वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था में हलचल मचा दी है। जानकारी के मुताबिक शख्स ने आपसी मतभेद में कुछ लोगों को फंसाने के लिए यह तरीका आज़माया था जिससे यह मामला एकदम से सुर्खियों में आ जाये।
बीते दिनों वाराणसी हवाई अड्डे के निदेशक को रेलवे मेल सुविधा के ज़रिए एक पत्र मिला था जिसने पूरे देश में कोहराम मचा दिया था। पत्र में प्रधानमंत्री हाउस, राष्ट्रपति आवास, राजभवन सहित दिल्ली, वाराणसी , गया समेत कई हवाई अड्डों को ड्रोन से उड़ाने की धमकी दी गयी थी। इसके बाद गया एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी।
धमकी भरे इस पत्र में ड्रोन अटैक की 8 मार्च की तिथि का भी उल्लेख किया गया था। इसमें 27 लोगों का नाम भी दिया गया था, जिसमें 3 लोग गया के थे। गया पुलिस हवाई अड्डे की सुरक्षा को गंभीरता से लिया। वहीं, सुरक्षा की तहकीकात के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। टीम ने पाया कि पत्र में उल्लेखनीय तीनों लोग निर्दोष हैं। उनमें से एक डॉक्टर, एक शिक्षक एवं अन्य थे। इसके बाद, एसआईटी की गठित टीम ने अपनी तहकीकात जारी रखी और आखिरकार धमकी देने वाले शख्स की पहचान कर ली।
आखिर कौन है वह शख्स जिसने अपनी धमकी भरे पत्र से देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिया था?
शख्स विनीत कुमार को गया के सिविल लाइन थाना अंतर्गत बेलदारी टोला से दबोचा गया है। फिलहाल, वह पुलिस की हिरासत में है। शख्स की पहचान बिहार में सिंचाई विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर विनीत कुमार के तौर पर हुई है। इसके साथ ही, धमकी वाले पत्र की ओरिजिनल कॉपी भी बरामद कर ली गयी है। विनीत ने इसके फोटो कॉपी का इस्तेमाल कर धमकी भेजी थी।
एसआईटी की टीम ने इस मामले में आरोपी की कड़ाई से पूछताछ की है। कार्रवाई अब भी जारी है। अभी-अभी यह सामने आया कि उसने जानबूझ कर वैसे लोगों को चुना जो मीडिया के लाइमलाइट में रहते हैं ताकि यह मामला भी सुर्खियों में आ सके।