L19 DESK : मध्यप्रदेश में हुए पेशाब मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस आदमी के पैर धोकर फोटो खिंचवाए थे। वो कह रहा हैं कि “वो मैं हूँ नहीं जिसपर प्रवेश शुक्ला ने पेशाब किया। मैंने वीडियो देखी। मैंने कलेक्टर साहब बगेरह सब से कहा कि ये मैं हूँ ही नहीं”
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को एक ट्वीट के जरिए दावा किया दावा किया सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा, शिवराज ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की, असली पीड़ित लापता हैं क्या? शिवराज जी, इतना बड़ा षड्यन्त्र? मध्यप्रदेश आपको माफ नहीं करेगा। इससे पहले ही सोशल मीडिया यूजर्स तरह-तरह की बातों से पीड़ित के असली और नकली होने का दावा करने लगे थे। एक शख्स ने लिखा है कि मेरे हिसाब से मध्यप्रदेश में आरोपी प्रवेश शुक्ला ने जिस आदिवासी लड़के पर पेशाब किया था वह और इस दशमत रावत में काफी असमानताएं हैं। पेशाब कांड वाले पीड़ित की उम्र 16 -17 से अधिक नहीं लग रही। जबकि जिसके पैर धुले गए वह दशमत रावत की उम्र करीब 35 से 38 साल लग रही है। वायरल वीडियो में लड़के बाल काले, घने और घुंघराले थे। पीड़ित मानसिक विकलांग लग रहा था जबकि दशमत रावत के बाल सफेद हैं और मानसिक स्वास्थ्य भी बिल्कुल ठीक है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था ट्वीट
बता दे कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा था की मन दु:खी है; दशमत जी आपकी पीड़ा बाँटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी माँगता हूँ, मेरे लिए जनता ही भगवान है। यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है। किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है।