RANCHI : रांची डीसी के सोशल मीडिया अकाउंट पर आप देख सकते हैं कि कैसे रांची में जमीन मामलों को लेकर कार्रवाई हो रही है, और पब्लिक को न्याय मिल रहा है. लेकिन यह कहानी सिर्फ सोशल मीडिया तक ही ठीक है. सच्चाई इससे कोसों दूर है. रांची के कांके अंचल के नगड़ी-चामा इलाके में रोज ही नया खेल हो रहा है. कुछ महीने पहले रांची डीसी के आदेश पर जमीन दलालों की लिस्ट तैयार की गयी थी. वो लिस्ट बकायदा अंचल कार्यालय में चस्पा किया गया था. आदेश था अगर लिस्ट में शामिल लोग अंचल कार्यालय के आस-पास नजर आए तो उनकी गिरफ्तारी होगी और उन्हें जेल भेज दिया जाएगा. लेकिन ऐसा सिर्फ कुछ दिनों तक ही हुआ. हाल ही में एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि कांके अंचल के एक पिकनिक पार्टी में कार्यालय के लोग कम और जमीन दलाल ज्यादा दिखायी दे रहे हैं. इससे साबित होता है कि कांके अंचल में आम लोगों की पहुंच कम और जमीन दलालों की पहुंच ज्यादा है.
इसे भी पढ़ें : पेसा और आदिवासी स्वाभिमान : हेमंत की दूरदर्शी राजनीति

एसटी का लैंड और मिश्रा जी को म्यूटेशन
Loktantra19.com के पास कुछ ऐसे सबूत लगे हैं, जो चौंकाने वाले हैं. नगड़ी मौजा की एक ST जमीन का दाखिल खारिज मिश्रा जी के नाम पर कर दिया गया है. मिश्रा जी सत्ताशीर्ष के काफी नजीदीकी माने जाते हैं. पूरे झारखंड की गोपणीय दस्तावेज उन्हीं के जिम्मे रहती है. मामले पर पूछे जाने पर कांके के अंचलाधिकारी अमित नायक ने कहा कि यह मेरे समय का नहीं है. इनसे पहले जो सीओ थे उन्होंने ऐसा किया है. जबकि उन्होंने यह भरोसा नहीं दिया कि मामले की जांच करेंगे और दोषी पर कार्रवाई होगी.

इसे भी पढ़ें : झारखंड में लागू हुआ PESA Act, ग्रामसभाओं को मिले ऐतिहासिक अधिकार
बहरहाल मिश्रा जी पर कार्रवाई करने की सीओ साहब की जुर्रत भी नहीं है. लेकिन सवाल यह कि कैसे एक ST लैंड का दाखिल खारिज मिश्रा जी के नाम पर हो गया. जल्द ही पूरे दस्तावेज और सबूत के साथ पूरे मामले की जानकारी Loktantra19.com सार्वजनिक करेगा.
