L19/Ranchi : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कांके राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बीते दिन सोमवार को पहुंचे और बच्चों से मुलाकात की। बच्चों की कला देख राज्यपाल काफी खुश हुए। राज्यपाल ने विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं, साइंस लैब, आईसीटी लैब, एमएचएम लैब, जिम रूम जाकर विद्यार्थी और शिक्षिका से बातचीत किए। मौके पर एक शिक्षिका ने छात्राओं की अधिक संख्या होने पर अतिरिक्त छात्रावास की आवश्यकता को बताई। यह भी कहा गया कि शिक्षिकाओं के लिए भी पर्याप्त आवसन की सुविधा आवश्यक है। राज्यपाल ने निर्देश दिया कि इसके लिए शीघ्र निदेशित किया जाएगा।
माननीय राज्यपाल ने बाल मंत्री के सदस्यों से वार्ता की
राज्यपाल ने किचन और डायनिंग हॉल का भी अवलोकन किया, इसके साथ छात्राओं को भोजन सुविधा की जानकारी भी प्राप्त की। राज्यपाल ने यहां की छात्राओं द्वारा मेडिसिनल प्लांट, उत्सर्जन तंत्र, जलचक्र, अमृत कृषि, मानव हृदय, ज्वालामुखी इत्यादि विषयों पर लगाये गए प्रदर्शनी देखकर उनकी प्रतिभा की प्रशंसा की। प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात माननीय राज्यपाल ने बाल संसद के सदस्यों से वार्ता की। बातचीत के क्रम में अवगत कराया गया कि विद्यालय में विभिन्न कार्यों के लिए इसके तहत छात्राओं में से ही कुछ को मंत्री बनाया गया है। जैसे स्वच्छता मंत्री सफाई का काम देखती है, चिकित्सा मंत्री बच्चों की समय पर चिकित्सा के लिए प्रयाप्त कदम उठाती है। शिक्षा मंत्री पुस्तकालय में पुस्तकों का लेन-देन और सूचना पट को अद्यतन रखने का कार्य करती है। इस अवसर पर राज्यपाल महोदय ने कहा कि इससे टीम भावना विकसित होती है और दायित्व का भी एहसास होता है।
राज्यपाल ने ओरमांझी, रांची का भी भ्रमण किया
हम स्नेह के साथ दूसरों के साथ रहना सीखते हैं इस प्रकार हम भावी जीवन में किसी भी परिवेश में रह सकते है। इसके बाद राज्यपाल ने ओरमांझी, रांची का भी भ्रमण किया। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, ओरमांझी के परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस विद्यालय भी अवस्थित है, वर्तमान में वहां अध्ययनरत छात्राएं साथ में ही शिक्षा ग्रहण कर रही है। वहां उन्होंने सभी कक्षा 1 से कक्षा 12 तक जाकर सभी छात्राओं से बातचीत किया तथा उन्हें कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ पढ़ने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं के रीडिंग स्किल पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कभी-कभी बच्चों में नेत्रदोष की भी समस्या होती है, जिससे उन्हें पढ़ने में असुविधा होती है। अत: समय-समय पर आई कैंप लगाकर बच्चों के आंखों की जांच भी की जानी चाहिए। कक्षा 12 के छात्राओं से पूछा की आगे वे जीवन में क्या करना चाहते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आप सभी लक्ष्य निर्धारित करें और समयबद्ध तरीके से अपनी दिनचर्या का अनुशासित भाव से पढ़ाई करें। इसके साथ-साथ कठिन मेहनत, एकाग्रता और उत्साह का होना भी आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि अपनी दिनचर्या के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।