L19 DESK : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरिडीह में 188 योजनाओं से संबंधित 8 सौ करोड़ की योजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास और उदघाटन किया। उन्होंने 15 हजार लोगों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार ने महाराष्ट्र के साथ एकरारनामा किया है। महाराष्ट्र में मजदूरों के लिए एक भवन बनाया जा रहा है, जहां एक पदाधिकारी पदस्थापित होंगे और मजदूरों की समस्याओं को सुनेंगे। लेह-लद्दाख, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, अंदमान निकोबार और अन्य जगहों पर जाते हैं, वहां की सरकारों के साथ समझौता कर रहे हैं। हमने निर्णय लिया है कि 15 हजार किलोमीटर जो ग्रामीण क्षेत्र में पड़ता है, उसको विभागों ने अलग-अलग चरणों की योजना बनायी थी, सड़क बनाने के लिए। हमने निर्णय लिया है कि 15 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें इसी वित्तीय वर्ष में बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के काम करने की एक सीमा है। मुख्यमंत्री ने कहा कुछ दिन पहले उन्होंने नवाडीह प्रखंड में मॉडल कालेज का शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा कि टाइगर जगरनाथ दा ने लोगों की सेवा करते-करते हमें अलविदा कह गये। उन्होंने डुमरी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को अब ताकत दिखानी है, जिसमें बेबी देवी को जीताना है। उन्होंने कहा कि जगरनाथ दा तमाम मुश्किलों के बाद भी जनता की अधिक फिक्र की। उन्हें एक बार जीवनदान मिला, पर वे समझते कहां थे। उनके नहीं रहने पर आज उनकी पत्नी को हमने मंत्री बनाया। उनकी पत्नी बेबी देवी को डुमरी विधानसभा की ताकत बनानी है। उन्होंने टाइगर जगरनाथ महतो को याद करते हुए उनकी पत्नी के हाथों को मजबूत करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकार की सारी योजनाएं कागजों पर ही दम तोड़ देती थी, लेकिन यह सरकार सर्फ काम ही नहीं करती, बल्कि गांव-गांव पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर कार्य कर रही है। गिरिडीह में 725 करोड़ की लागत से 68 करोड़ की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास हो रहा था। 107 योजनाएं का शिलान्यास किया गया और 28 योजनाओं का उदघाटन किया। सरकार महिलाओं, बच्चियों के लिए कई काम कर रही है। योजनाएं बना रही है। पहले की सरकार कागज-कलम में ही दम तोड़ देती थी। सरकार गांव-गांव, पंचायतों में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम से योजनाओं को पहुंचा रही है। हम अपनी आंखों से देखना चाहते हैं कि सरकार वास्तविक आधार पर काम कर रही है या नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिक्षकों को भारतीय प्रबंधन संस्थान से प्रशिक्षण दिलाया है। पहले एक शिक्षक 50 बच्चों समेत स्कूलों का कार्य देखते थे। स्कूलों में निजी विद्यालय की तरह प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, सभी विषयवार शिक्षक और खेलकूद के शिक्षक भी रहेंगे। खेलकूद को लेकर राज्य को नया आयाम दे रहे हैं। खेल मैदान बनाने का काम पंचायत स्तर पर हो रहा है। गांव-गांव में मुख्यमंत्री खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गयी। सभी बच्चों को जर्सी दी गयी। इसमें 80 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में आप भविष्य बना सकते हैं। कुछ दिनों बाद एशियन हॉकी चैंपियनशिप होने जा रहा है। देश-विदेश के खिलाड़ी आयेंगे। बड़ी प्रतियोगिता की तरह इसका आयोजन किया जायेगा।
बालिका आवासीय चंद्रपुरा में बना, चंद्रपुरा में संस्कृत विद्यालय भी बना है। गिरिडीह में नेतरहाट विद्यालय की तर्ज पर भव्य स्कूल बनाया जायेगा। आपके बीच में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत कार्य कर रहे हैं। पिछले वर्ष राज्य में सुखाड़ पड़ा। इस बार भी कमोबेश वैसी ही स्थिति है। हमलोग परेशान हैं। किसान करे, तो क्या करे। किसान पलायन कर रहे हैं। हमलोग चीजों को गंभीरता से देख रहे हैं। जैसी परिस्थिति होगी, उसी तरह घोषणा होगी। गिरिडीह जिले से बड़े पैमाने पर मजदूर पलायन करते हैं। मुंबई जाते हैं। बेहतर रोजगार के लिए जरूर जायें, लेकिन पहले जैसी स्थिति को भी देखें। आपके ऊपर मुसिबत आ जाये, तो कोई नहीं पूछता था। कार्यक्रम में मंत्री हफीजुल हसन समेत अन्य अधिकारी, औऱ कई विशिष्ट लोग मौजूद थे।