L19 Chatra :चतरा जिले के टंडवा प्रखण्ड क्षेत्र ग्राम सेरनदाग के बाद केरेडारी प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचड़ा, सिझुवा में सीसीएल के द्वारा आम्रपाली चंद्रगुप्त कोल परियोजना अंतर्गत पड़ने वाले वन भूमि/ गैरमजरूआ,जंगल झाड़ी भूमि का अपयोजन हेतु वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत प्रमाण पत्र एवं गैरमजरूआ जंगल झाड़ी भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत करने के संबंध में ग्राम सिझुवा में 22 नवंबर को समय 11:00 बजे पूर्वाहन में पचड़ा पंचायत के रमणी टांड में एक आम सभा का आयोजन किया गया था। आमसभा में पहुंचे सैकड़ो ग्रामीणों ने आम्रपाली चंद्रगुप्त के महाप्रबंधक अमरेश कुमार सिंह के उपस्थिति में ग्रामीणों द्वारा काला पट्टी लगाकर भारी विरोध किया।जीएम जब देखा कि विरोध हो रहा है सभा में तो निकलने का कोशिश किया जिसे ग्रामीणों ने घेरा बंधी बना लिया और जीएम से एक मांग रखा गया कि 22 नवंबर को जीएम साहब लिखित में दे की जब तक अधिनियम 2013 का रेट निर्धारित नहीं हो जाता है तब तक कोई ग्राम सभा नहीं किया जाएगा। और ऐ मांग जीएम साहब द्वारा चार घंटा बाद लिखित एंव मुहर करने के बाद उन्हें ग्रामीणों द्वारा हिदायत देकर सुरक्षित छोड़ दिया गया।
ग्रामीणों को क्या है आरोप?
ग्रामीणों को कहना है कि आज हमारे यहां ग्राम सभा था और ग्राम सभा में भारी पुलिस फोर्स का क्या काम था। दो बसे में पुलिस फोर्स लाया गया। क्या ग्रामीणों को डरा धमका कर पुलिस के भय दिखा कर जमीन हड़प्पना चाहती है आम्रपाली जीएम। आज तक आम्रपाली चंद्रगुप्त परियोजना के जीएम द्वारा कई बार ग्रामीणों को डराया धमकाया एवं प्रलोभन दिया गया पर अब ग्रामीण भी जीएम साहब का चाल को समझ चुके हैं। इसलिए ग्रमीणों द्वारा बात कही गई कि जब तक अधिनियम 2013 नहीं तब तक ग्राम सभा नहीं होगा।आगे ग्रमीणों ने कहा कि यहां के नवयुवको को गुमराह करना बंद करें सीसीएल प्रबंधन,और सीसीएल वापस जाओ के नारे भी लगाया गया।और आम सभा को विफल कर दिया गया।
वही आगे पंचड़ा के ग्रमीणों का यह कहना था कि आम्रपाली परियोजना खुले नौ साल होने के बाद भी विस्थापन नीति लागू नहीं किया गया है।सिर्फ तो सिर्फ केंद्र सरकार और राज्य सरकार को झोली भरा जा रहा है, और यंहा के विस्थापितों को बिजली,पानी शिक्षा,जमीमन के बदले नौकरी, मुआवजा,रोज़गार से वंचित रखा है,आज भी गिने चुने लोग सीसीएल में नौकरी कर रहें हैं बाकी भू-दाता ऑफिस का चक्कर लगा रहे हैं।केरेडारी प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र पंचड़ा के निवासी इस बात से नाराज दिखे तथा आगे और भी कहा कि बाहरी लोग खूब फल फूल रहें हैं परियोजनाओं में,अगर चन्द्रगुप्त कोल परियोजना खुलती है तो बताइए पंचड़ा के घनी आबादी क्षेत्र में किया हाल होगा जिससे ग्रमीणों की उग्रता से साफ पता चलता है सीसीएल की नीति।इसलिए ग्रमीणों द्वारा नारा के बुलंद के साथ कहा कि सीसीएल भगाव गांव बचाव,कोल परियोजना नहीं चाहिए, दलाली करना बंद करो,सीसीएल की कूट नीति नहीं चलेगी के साथ लोक जनसुनवाई को खारिज कर दिया गया।