रांची: राँची स्थित पुराने विधानसभा मैदान में श्री राम दुर्गा पूजा समिति के द्वारा इस बार अयोध्या के श्री राम मंदिर का प्रारूप पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा था। निर्माण पिछले एक माह से चल रहा था। रांची और आस पास के क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु की भीड़ लग रही थी । पंडाल का निर्माण हिन्दु धार्मिक आस्था से जुड़ा था। इसी बीच चार पांच दिन पहले एकाएक पुलिस ने आकर पंडाल निर्माण कार्य को तकनीकी कारण से रोक दिया। रांची के सभी पूजा पंडाल के आयोजको ने जोरदार प्रतिकार शुरू कर दिया। चर्चा जोरों पर थी की यदि प्रशासन ने पंडाल निर्माण से रोक नही हटाई तो इस बर्ष रांची में पूजा का आयोजन नही किया जायेगा। लोगो के बीच यह चर्चा फैल रही थी पंडाल श्री राम मंदिर के तर्ज पर बन रहा है इस लिए एक खास सम्प्रदाय को खुश करने के लिए यह रोक लगा दी गई है। पंडाल को लेकर राजनीतिक रोटी सेंकने का भी प्रयास शुरू हो चुका था।केंद्रीय राज्य रक्षा मंत्री संजय सेठ, रांची युवा दस्ता के मुख्य संयोजक समेत सैकड़ो संगठन के द्वारा बयानबाजी चरम पर थी। इसी बीच रांची महानगर दुर्गा पूजा समिति के मुख्य संयोजक मुनचुन राय और पूजा समिति के पदाधिकारी कुणाल आजमानी ने पहल करते हुए मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर पूजा पंडाल की समस्या रखते हुए समाधान का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्य मंत्री की वार्ता हुई और मात्र दो तीन घंटे के अंदर समस्या का समाधान हो गया ।मुख्य मंत्री ने स्पष्ट कहा की रांची मे मां दुर्गा पूजा हर पंडाल मे हर्षोल्लास के साथ होगी और सरकार पुरा पुरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री के सक्रिय पहल पर रांची में अब लोग उत्साहित है। पूजा पंडाल का काम चल रहा है। यह बात अलग है की पंडाल जिस प्रकार भव्य और आकर्षक बनाया जाना था उसमें कमी अवश्य नजर आयेगी परन्तु यह तय है की इस बार रांची और आसपास के जिले से श्रद्धालु की भीड़ अवश्य उमड़ने वाली है।यहां यह चर्चा जोरो पर है की आखिर किनके आदेश पर पूजा पंडाल के निर्माण कार्य को रोका गया था और किसको खुश करने के लिए। समय पर मुख्य मंत्री तक इस व्यवधान की बात क्यु नही पहुंचाई गई। इस व्यवधान को समाप्त करने और समस्या का हल करने के लिए पहल करने वाले हर लोग बधाई के पात्र है।