L19 : टेंडर घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम की न्यायिक हिरासत की अवधि और चार दिन बढ़ा दी गयी है. मंगलवार को उनके पांच दिन की रीमांड की अवधि समाप्त हो गयी. आज पीएमएलए कोर्ट में जस्टिस पीके शर्मा में निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को पेश किया गया.
पेशी के दौरान रीमांड अवधि बढ़ाने की मांग प्रवर्तन निदेशालय के अधिवक्ता ने की, जिसे कोर्ट ने मान लिया. मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने 21 और 22 फरवरी को ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी.
छापेमारी में इडी ने 30 लाख रुपये नगद, डेढ़ किलो स्वर्णाभूषण, 100 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति और अन्य दस्तावेज बरामद किये थे. 22 फरवरी को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया गया था. 23 फरवरी को इडी की विशेष अदालत ने 10 दिनों की जगह पांच दिनों तक की रीमांड अवधि पर लेने का आदेश दिया था.