L19 DESK : राज्य की उप राजधानी दुमका के दिग्धी स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज मारपीट का अखाड़ा बन गया । दो माह से मेस बंद रखने वाली संचालिका पोलिना मुर्मू के लोगों ने छात्रों पर पत्थर बरसाये। घायल छात्रों का मेडिकल अस्पताल में इलाज भी करवाया गया । छात्र के जख्मी होने के बाद कालेज के बाकी छात्रों ने संचालिका व उसके लोगों को खदेड़ दिया ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार संचालिका बचने के लिए प्राचार्य के कक्ष में छुप गई। छात्र उसे बाहर निकालने की मांग करते रहे और संचालिका पुलिस के आए बिना निकलने के लिए तैयार नहीं हुई । सात दिनों बाद पुलिस ने उसे किसी तरह कक्ष से बाहर निकाला । छात्रों ने संचालिका व उसके लोगों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए दिग्धी ओपी में आवेदन दिया है । बतातें चलें कि दुमका मेडिकल कॉलेज में मेस चलाने का दायित्व पोलिना मुर्मू को मिला है । उसने दो माह से मेस का संचालन बंद कर दिया था। भूख से परेशान छात्रों ने स्वंय मेस चलाने का जिम्मा लिया।
जब इस बात की जानकारी संचालिका पोलिना मुर्मू व उसके सहयोगी चंदन सिंह को लगी तो वे लोग रात में ही कालेज पहुंच गया और कुक का काम करने बाले एक युवक की बेल्ट से पीटाई कर दी । उसने छात्राओं के कक्ष में जाकर गाली गलौज की। रात को ही छात्रों ने कुक का काम करने वाले को लोगों से पिटाई का कारण पुछा । दोपहर को पोलिना अपने समर्थकों को साथ कालेज पहुंच गई । कालेज में बाहरी लोगों को देख छात्र भी एकत्र हो गए । छात्रों की संख्या ज्यादा होने पर बाहरी लोगों ने उनपर पत्थर चलाना शुरू कर दिया इसमें कुछ छात्र चोटिल हो गए । छात्रों ने लोगों का पीछा करना शुरू किया तो बचने के लिए पोलिना व चंदन प्राचार्य कक्ष में जाकर छिप गये । छात्रों ने प्राचार्य के कमरे को घेर लिया ।
कालेज में हंगामा की सुचना मिलने पर पहले दिग्धी ओपी की पुलिस पहुंच मामलें को शांत कराने का प्रयास किया । बात बिगड़ने पर नगर, मुफस्सिल , शिकारीपाड़ा, जामा , हंसडीहा , काठीकुंड थाना की पुलिस एसडीपीओ अमोद नारायण सिंह व सीओ अमर कुमार मौके पर पहुंचे और छात्रों से बात की। छात्रों का कहना था कि पहले पोलिना की मेस को बंद कराया जाय । कैम्पस में बाहरी लोगों का प्रवेश पुरी तरह बंद हो और अब छात्र स्वयं मेस का संचालन करेंगे । पुलिस ने प्राचार्य से बात करने के बाद छात्रों को विश्वास दिलाया कि वे स्वंय मेस का संचालन कर सकते हैं पोलिना अब काम नहीं करेंगी । बाहरी लोगों का प्रवेश बंद होगा । रविवार से कैम्पस में पुलिस की तैनाती रहेगी । इसके बाद छात्रों का ग़ुस्सा शांत हुआ ।
इधर छात्रों ने दिग्धी पुलिस को कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है । जिसमें संचालिका व चंदन सिंह के अलावा करीब एक दर्जन बाहरी लोगों पर मारपीट गाली गलौज व पत्थर बाजी का आरोप लगाया है । छात्र और छात्राओं का कहना है कि चंदन सिंह खुद को प्राचार्य का चालक बता दबंगई करता है । रात में नशा कर छात्राओं को परेशान करता है । बाहरी लोगों को बुलाकर शराब पीता है । आवास पर कब्जा कर रखा है जब तक उसे बाहर नहीं निकाला जाएगा माहौल अच्छा नहीं बनेगा।