L19 DESK : क्या सोरेन परिवार एक बार फिर साथ आएगा ? क्या सीता सोरेन फिर से जेएमएम का पट्टा पहने दिखेंगी? क्या सीता सोरेन को भी जेएमएम के संगठन में कोई बड़ा पद मिल सकता है? या उन्हें राज्यसभा भेजने की तैयारी पूरी हो गई है और क्या बीजेपी में अब सीता सोरेन खुद का भविष्य नहीं देख पा रही हैं. ये सवाल अब सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. सीता सोरेन के जेएमएम में वापसी की चर्चाएं भी तेज हैं. उन्हें पार्टी में बड़े पद की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में झारखंड की सभी पांचों रिजर्व सीट पर भाजपा की हार और उसके कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव में राज्य के 28 रिर्जव सीटों में से 27 सीटों पर करारी हार के बाद जिस तरह भाजपा बैकफुट में दिखी. उससे कहीं ज्यादा भाजपा के नेताओं को इस हार पर झटका लगा. भाजपा ने वो तमाम राजनीतिक प्रयास किए जो उनके पक्ष में जा सके लेकिन आदिवासी मतदाताओं का भरोसा एकदम तीर कमान की तरह सटीक जेएमएम के तीर-धनुष पर गिरा और प्रचंड बहुमत के साथ हेमंत सोरेन ने दोबारा कुर्सी संभाली. लेकिन इस प्रचंड जीत के साथ ही ना सिर्फ प्रदेश भाजपा के नेताओं की नींद उड़ी थी बल्कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं को भी यह समझ आ गया था कि आदिवासियों का भरोसा भगवा पहनकर ना चंपाई सोरेन जीत पाएं और ना ही सोरेन परिवार की बड़ी बहु सीता सोरेन. और ये बात भाजपा के उन तमाम आदिवासियों नेताओं को भी समझ में आने लगा था कि राज्य में आदिवासियों का भरोसा तीर-धनुष पर है. ऐसे में अब राजनीतिक भविष्य की तलाश में कई नेताओं ने पहले ही जेएमएम का दामन थाम लिया है और अब नया नाम सोरेन परिवार की बड़ी बहु सीता सोरेन का भी जुड़ने वाला है. दरअसल, माना यह जा रहा है कि आगामी 2 फरवरी को झारखंड की उप-राजधानी दुमका में जेएमएम अपना स्थापना दिवस मनाएगी. इसी दिन सीता सोरेन पार्टी की सदस्यता लेकर जेएमएम में वापसी करेंगी.
हालांकि, अभी तक केवल ये कयास लगाए जा रहे हैं. सीता सोरेन की जेएमएम में वापसी के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनके बेटियों की राजनीतिक भविष्य माना जा रहा है. सीता सोरेन जानती हैं कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में जेएमएम की पकड़ अब भाजपा से कहीं ज्यादा है ऐसे में बेटियों का भविष्य ज्यादा सुरक्षित उन्हें जेएमएम में लग रहा है. इसके अलावा हाल के दिनों में भाजपा में चल रहे संगठन और तमाम पदाधिकारियों के लिए पदों की सूची में भी सीता सोरेन का नाम कहीं दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में भाजपा में भी खुद का भविष्य नहीं देख पा रही सीता सोरेन आगामी 2 फरवरी को जेएमएम में एक बार फिर वापसी कर सकती हैं. अब देखना होगा कि जेएमएम सीता सोरेन और उनकी बेटियों के लिए पार्टी ने क्या प्लान तैयार कर रखा है. लेकिन राजनीति के कई जानकारों का कहना है कि सीता सोरेन ने जेएमएम में जाने का मन बना लिया है. शिबू सोरेन ने वापसी पर हामी भी भर दी है.
आपको बता दें कि 11 जनवरी को शिबु सोरेन के जन्मदिन के अवसर पर पूरा सोरेन परिवार एक साथ जरूर आया था लेकिन जन्मदिन की जो तस्वीरे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की ओर से शेयर की गई थी, उसमें सीता सोरेन और उनके परिवार की कोई सदस्य दिखाई नहीं दे रही थी. जिसके बाद से ही ऐसा माना जा रहा था कि भले ही जन्मदिन के अवसर पर परिवार एक साथ आया है लेकिन दूरियां अभी भी कायम हैं. लेकिन अब जब सीता सोरेन की जेएमएम में वापसी लगभग तय मानी जा रही है ऐसे में शिबू सोरेन की भूमिका भी काफी अहम होगा. खैर, 2 फरवरी को यह साफ हो जाएगा कि सीता सोरेन भगवा में ही रहती हैं या अपनी पूरानी पार्टी जेएमएम में वापसी करती हैं.