L19/Dumka : दुमका के पुराने समाहरणालय के समक्ष आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में सुधार के लिए प्रमंडल स्तर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। धरना-प्रदर्शन में संताल परगना के सभी 6 जिलों के सेंगेल के प्रमुख नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। सेंगेल झारखंड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के नाम संताल परगना के आयुक्त को ज्ञापन-पत्र सौंपा।
इसके बाद सेंगेल कार्यकर्ताओं ने विवेकानंद चौक जाकर भीम प्रसाद मंडल और वंशानुगत माझी परगना का पुतला दहन किया। उधर, दुमका नगर थाना में सेंगेल कार्यकर्ताओं की ओर से थाना का घेराव किया गया। इस दौरान थाना प्रभारी से सेंगेल कार्यकर्ता बरियड़ हेंब्रम पर दर्ज झूठे मामले की शिकायत वापस लेने की मांग की गयी। इस पर थाना प्रभारी ने उचित कारवाई किये जाने का आश्वासन दिया।
क्या मांगें पेश की गयीं?
ज्ञापन के तहत सेंगेल ने आदिवासी समाज में उपलब्ध शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग की। सेंगेल ने राज्यपाल को सौंपे गये ज्ञापन में कहा है कि ईसाई बने संताल आदिवासी जो माझी हड़ाम और नाइके (पुजारी) आदि बने हैं, सेंगेल उनका विरोध करता है। चूंकि यह सरना आदिवासी के ऊपर धार्मिक अतिक्रमण जैसा है। वे पद त्यागें अन्यथा उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगा।
इसके अलावा कहा गया कि आदिवासी संताल माझी-परगना व्यवस्था में गैर-आदिवासियों का दखल भी सामाजिक अतिक्रमण और घुसपैठ जैसा है। भीम प्रसाद मंडल जैसे गैर संताल, गैर आदिवासी का माझी परगना व्यवस्था में दखल और जोर-जबरदस्ती एक आपराधिक मामला है। सेंगेल इसका जोरदार विरोध करता है। इसी प्रकार कुछ महतो-मंडल आदि आदिवासी संताल समाज को दिग्भ्रमित कर संविधान विरोधी काम करने-कराने की कोशिश कर रहे हैं। सेंगेल की मांग है प्रत्येक गांव के संताल समाज के सभी लोग खुद अपने ग्राम प्रधान या माझी हड़ाम को जनतांत्रिक रुप से चुनें।
सेंगेल ने झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी अपने वोट बैंक के लालच में घोषणा करती है सभी माझी-परगना आदि को मासिक मानदेय, मोटरसाइकिल, माझी हाउस प्रदान किया जायेगा। यह आदिवासी गांव समाज को और बर्बाद करने की कोशिश है जो कि गलत है। आदिवासी सेंगेल अभियान इसका विरोध करता है। मगर जनतांत्रिक और संविधान की मर्यादा रखने वाले माझी परगना को सरकार सहयोग करे, तो सेंगेल उसका समर्थन कर सकती है।
बता दें, सेंगेल ने ट्राइबल सेल्फ रुल सिस्टम में जनतांत्रिक और संवैधानिक सुधार के लिए 16 मार्च 2022 को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन पत्र प्रदान किया था। इसके बाद 26 अगस्त 2022 को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू, तिलका मुर्मू, ज्योति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में इसके अविलंब सुधार के लिए ज्ञापन-पत्र सौंपा था।
इसे लेकर सेंगेल ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करने की भी धमकी दी है। इस धरना प्रदर्शन में सेंगेल की तरफ से संताल परगना जोनल हेड अमर मरांडी, जोनल संयोजक बर्नाड हांसदा, सेंगेल युवा-छात्र मोर्चा के केंद्रीय संयोजक तिलका मुर्मू, सेंगेल प्रमंडल अध्यक्ष कमिश्नर मुर्मू, सेंगेल जोनल परगना बरियड़ हेम्ब्रम उपस्थित रहे।