सांसद संजय सेठ ने अस्पताल और आयुष्मान भारत की टीम को किया सम्मानित
अब पैसे के अभाव में नहीं रुक रहा है किसी का ईलाज
सदर अस्पताल के चिकित्सकों और आयुष्मान की टीम ने सेवा की मिसाल पेश की।
L19 DESK : आयुष्मान भारत योजना को धरातल पर उतारने और इसका लाभ जनता को देने में सदर अस्पताल, रांची भारत में तीसरे नंबर पर रहा। इस बड़ी उपलब्धि के बाद सांसद संजय सेठ ने आज सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ० विनोद कुमार सहित सभी चिकित्सकों और आयुष्मान भारत की पूरी टीम को सम्मानित किया।
टीम को सम्मानित करने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने समाज के अंतिम व्यक्ति की चिंता की। पहले सामान्य से सामान्य बीमारियों के भी उपचार में लोग अपनी जमीनों को गिरवी रखते थे। जमीनें बेच देते थे। महिलाओं को जेवर बेचना पड़ता था। लोग कर्ज में डूब जाते थे। यह ऐसी स्थिति थी, जिससे आदमी को उबरने में लंबा समय लगता था। परंतु अब न तो किसी को जमीन बेचने की जरूरत है और न जेवर बेचने या कर्ज लेने की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आयुष्मान भारत योजना ऐसे ही परिवारों के लिए लाई, जहां ₹5 लाख तक का उपचार नि:शुल्क किया जाता है। इसे कई अस्पताल संबद्ध हुए। कई अस्पतालों में इसका उपचार शुरू हुआ परंतु सदर अस्पताल ने जो उपलब्धि हासिल की, यह पूरे झारखंड के लिए गौरव की बात है। सांसद ने कहा कि यह चिकित्सकों का सेवाभाव है जिन्होंने इतनी बड़ी उपलब्धि को हासिल किया। प्रधानमंत्री जी ने जो सोचा, सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे जमीन पर उतारने का काम किया। इसके लिए सभी साधुवाद के पात्र हैं।
सांसद सेठ ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने देश के लाखों परिवारों को जीवनदान दिया है। लाखों लोगों को नया जीवन दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की यह सोच कि पैसे के अभाव में किसी व्यक्ति का इलाज नहीं रुके, उस सोच को इस योजना ने धरातल पर उतारा है। सांसद ने जहां इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार प्रकट किया है वहीं सदर अस्पताल की पूरी टीम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। आयुष्मान भारत की टीम की प्रशंसा की है।
उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल ने एक उदाहरण पेश किया है। यदि टीम चाहे तो सरकार की हर योजना को धरातल पर उतारा जा सकता है। यह अन्य अस्पतालों के लिए भी सीखने योग्य कार्य है। इस अवसर पर सांसद द्वारा डॉ० किरण, डॉ० रविंद्र, डॉ० अखिलेश, डॉ० ए०के० झा, डॉ० उषा सिंह, डॉ० उमा सिन्हा, डॉ० दयानंद, डॉ० लक्ष्मीकांत, डॉ० प्रभात, डॉ० अमरेश, डॉक्टर विमलेश सहित अन्य प्रमुख लोग सम्मानित किए गए।