ODISHA/RANCHI : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों को एक बड़ा झटका लगा है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े रहे रॉय कालुंडी उर्फ ने सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. बताया जा रहा है कि लगातार बढ़ते खतरे, दबाव और संगठन के भीतर असुरक्षा के माहौल के कारण उसने यह कदम उठाया. गुरुवार को राउरकेला में पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
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पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रॉय कालुंडी लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ था और विभिन्न इलाकों में सक्रिय रहा है. हाल के दिनों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे सघन अभियान और क्षेत्र में बढ़ती निगरानी के चलते उसकी गतिविधियां सीमित हो गई थीं. इसी दौरान उसे संगठन छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा. पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार वह 2025 में हुए बांको विस्फोटक लूट, रेलवे ट्रैक विस्फोट तथा आईईडी ब्लास्ट जैसे कई कांडों में कथित रूप से शामिल था.
सूत्रों का कहना है कि आत्मसमर्पण के दौरान रॉय कालुंडी ने यह स्वीकार किया कि नक्सली संगठन के भीतर अब पहले जैसा भरोसा और सुरक्षा नहीं बची है. लगातार पुलिस दबाव, आपसी अविश्वास और स्थानीय स्तर पर समर्थन घटने से नक्सली कैडर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
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पुलिस प्रशासन ने आत्मसमर्पण को नक्सल विरोधी अभियान की बड़ी सफलता बताया है. अधिकारियों के मुताबिक, आत्मसमर्पण के बाद रॉय कालुंडी से संगठन की संरचना, गतिविधियों और संपर्कों को लेकर पूछताछ की जा रही है, ताकि नक्सली नेटवर्क को और कमजोर किया जा सके.
