Ranchi : पेसा कानून लागू हो चुका है, महज अधिसूचना जारी होनी की औपचारिकता है. यह कानून कितना कारगर साबित होने वाला है, यह बात इस खबर से साबित हो रही है. मामला कांके अंचल का है. मौजा नगड़ी है. खाता नंबर 17 और प्लॉट नंबर 1076 है. पूरा खाता एसटी लैंड है. बावजूद इसका एक प्लॉट मिश्रा जी को बेच दिया गया. बकायदा कांके अंचल ने इसका दाखिल खारिज मिश्रा जी के नाम पर कर दिया. जब हमारी टीम ने पूरे मामले की तहकीकात की, तो जो सच सामने आया, वो काफी चौंकाने वाला है. पहले तो टीम ने जमीन मालिक विजय टोप्पो से बात की. उन्होंने कहा कि मैं इस बारे कुछ नहीं जानता हूं. जमीन का सारा माला मेरा छोटा भाई उमेश टोप्पो देखता है. फिर टीम ने विजय टोप्पो से बात की. पढ़ें पूरी बात जो उमेश टोप्पो ने कही.
उमेश टोप्पो(मूल रैयत) से बातचीत
सवाल : खाता नंबर 17 प्लॉट नंबर 1076 किसको बेचे हैं.
उमेश टोप्पो : किसी कुजूर को बेचे हैं.
सवाल : कौन कुजूर को? शंकर कुजूर को?
उमेश टोप्पो : हां.
सवाल : तो फिर ऑनलाइन म्यूटेशन में कैसे किसी मिश्रा का नाम कैसे दिख रहा है?
उमेश टोप्पो : आप कौन हुए?
सवाल : हम पत्रकार हैं. हमें किसी ने बताया है कि आदिवासी जमीन का म्यूटेशन मिश्रा जी के नाम पर हो गया है.
उमेश टोप्पो : अभी हम कहीं बैठे हुए हुए हैं. आपसे बाद में बात करते हैं.
सवाल : सिर्फ यह बता दीजिए कि आप बेचे हैं जमीन?
उमेश टोप्पो : हां, हम जमीन बेचे हैं, लेकिन मिश्रा जी को नहीं बेचे हैं, एसटी को ही जमीन बेचे हैं.
सवाल : लेकिन रिकॉर्ड में तो मिश्रा जी का नाम आ रहा है, यह कैसे हुआ? किसी और की भी संलिप्पता है क्या? जिसका नाम कोई बिस्कुट जैसा है? देखिए सच बोलिए.
उमेश टोप्पो : हम कैसे फंसेंगे? आपसे हम बात करते हैं. थोड़ा रुकिए.
सवाल : ठीक है.
फिर टीम ने उससे बात की जिसे उमेश टोप्पो ने जमीन बेची थी. उसका नाम शंकर टोप्पो है. जानिए उसने क्या कहा.
शंकर कुजूर से बातचीत
सवाल : क्या आपने कांके अंचल की 17 नंबर खाता की 1076 नंबर प्लॉट खरीदी है?
शंकर कुजूर : नहीं मैंने नहीं खरीदी.
सवाल : लेकिन जमीन मालिक तो कह रहा है कि जमीन आपको बेची गयी है.
शंकर कुजूर : हम सिर्फ एग्रीमेंट किए थे, खरीदे नहीं थे.
सवाल : अच्छा, जब आपसे सिर्फ एग्रीमेंट हुआ था, तो जमीन ऑनलाइन रिकॉर्ड में किसी मिश्रा जी के नाम पर कैसे दिख रहा है. सच बताइए. क्या कोई और भी शामिल है इसमें?
शंकर कुजूर : मेरा एक और पार्टनर है, हम उससे पूछते हैं.
सवाल : क्या वो पार्टनर कोई बिटानिया जैसा नाम है.
शंकर कुजूर : हां. हम उससे पूछ कर बताते हैं, कि वो जमीन किसको बेचा है.
सवाल : अच्छा उससे पूछ कर बताइए.
