L19/DESK : बीते दिनों 66 पशु चिकित्सकों को भर्ती पत्र सौंपने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती अभियान वर्तमान परिस्थितियों में बड़ी चुनौती है, आगे सीएम ने कहा, कुछ लोग या तो प्रक्रिया में त्रुटियां खोजने की कोशिश करते हैं या उनके खिलाफ अदालत का रूख करते हैं। बीते दिनों पशुपालन विभाग द्वारा नियुक्त 66 पशु चिकित्सकों को भर्ती पत्र सौंपने के बाद झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, पशु चिकित्सकों की कुल संख्या 775 की स्वीकृत संख्या के मुकाबले बढ़कर 561 हो गई। सोरेन ने नवनियुक्त डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा, आज के माहौल में भर्ती एक बड़ी चुनौती है। कुछ गिरोह इस तरह से सक्रिय हैं कि वे परीक्षा प्रक्रिया में त्रुटियां निकालकर या अदालत में जाकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश करते रहते हैं। उन्होंने कहा, इस प्रथा को रोकने,स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित करने के लिए हम एक कानून लाए हैं, जिसमें यदि किसी भी स्तर पर कोई त्रुटि पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी जेल जाएगा।
अपने संबोधन में माननीय मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि —-राज्य में चाहे सार्वजनिक क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र हर जगह भर्तियां चल रही हैं। हमने शिक्षकों, इंजीनियरों, पशु चिकित्सकों, पंचायत सचिवों, क्लर्कों और शिक्षा अधिकारियों की भर्ती की। आने वाले दिनों में कई और भर्तियां की जाएंगी। समारोह में बोलते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा, राज्य सरकार जल्द ही एक पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय और एक पशु अस्पताल स्थापित करेगी। सरकार पशुधन के लिए बीमा और मोबाइल एम्बुलेंस सेवाएं शुरू करने की भी योजना बना रही है। राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 236 पशु एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी।