L19 : ग्राम्य अभियंत्रण संगठन (आरइओ) के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के ठिकानों पर लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) छापेमारी जारी है । ईडी की यह छापेमारी मंगलवार की सुबह पांच बजे से शुरू हुई थी, जो बुधवार को भी जारी है । वीरेंद्र राम और उनके वकील आलोक रंजन फिलहाल ईडी की हिरासत में है । पूछताछ में ईडी के सामने वीरेंद्र राम ने कई बड़े व्यक्तियों के साथ अपने संबंधों के होने की बात स्वीकारी है । वीरेंद्र राम के पास से एक पेन ड्राइव मिला है जिसमें काफी डाटा रखा गया है । उस पेन ड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं । वीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण आधा दर्जन से अधिक राज नेता ईडी की रडार पर आ गये हैं । ईडी बीते कुछ माहीने से वीरेंद्र राम को अपने सर्विलांस पर रखे हुई थी । सर्विलांस के दौरान भी कई नेताओं तक पैसे पहुंचाने की जानकारी ईडी को मिली । इडी ने मंगलवार को ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के कुल 24 ठिकानों पर छापा मारा । इस दौरान वीरेंद्र राम द्वारा बनायी गयी कंपनियों के अलावा 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पता चला । यह संपत्ति उनकी पत्नी, पिता और अन्य के नाम से खरीदी गयी है । दिल्ली के छतरपुर, डीफेंस कालोनी, रांची के अशोक नगर, जमशेदपुर के सोनारी, सर्किट हाउस एरिया समेत अन्य जगहों पर अचल संपत्ति होने का दस्तावेज इडी को मिला है । छापामारी के दौरान 1.50 करोड़ रुपये के जेवरात और करीब 30 लाख रुपये नकद मिले हैं । इडी ने जमशेदपुर निगरानी थाने में ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर के खिलाफ दर्ज घूसखोरी के एक मामले को जांच के लिए इसीआइआर के रूप में दर्ज किया था ।