L19 Ranchi : रविवार को रांची शहर के पुंदाग में स्थित दर अल अरकम पब्लिक स्कूल में कुरान एंड मॉडर्न साइंस एग्जीबिशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुरान और विज्ञान के बीच के संबंध को दिखाते हुए कक्षा 4 से लेकर कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों ने ऊर्जा, मानव विज्ञान, खगोलीय विज्ञान, कृषि, वायुमंडलीय विषयों पर विभिन्न तथ्यों पर आधारित अपने मौलिक प्रारूपों का प्रदर्शन किया साथ ही कक्षा 3 और 2 के विद्यार्थियों ने प्राथमिक चिकित्सा और ट्रैफिक व्यवस्था तथा नियम पर अभिनय नाटक का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सईद अहमद अंसारी, कार्यकारी निदेशक एवं वरिष्ठ सलाहकार, मेदांता अस्पताल, इरबा, रांची अन्य विशिष्ट अतिथियों जिनमे कैप्टन शकील, हाजी गुलजार एवं मुखलिस्सुर रहमान, प्रोफेसर, BIT सिंदरी मुख्य रूप से थे के साथ सभी बच्चों के प्रारूपों का अवलोकन किया, बच्चों से विषय संबंधित प्रश्न पूछे एवं उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्य अतिथि सईद साहब स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को कुरान से जोड़ते हुए तथ्यों का विवरण प्रस्तुतिकरण की खूब सराहना करते हुए विशेष रूप से इस बात का जिक्र किया कि कुरान की पहली आयत में ही शिक्षा का जिक्र किया गया है और सिर्फ शिक्षा ही एकमात्र जरिया है समाज के उत्थान का।
उन्होंने कुरान पढ़ने के साथ साथ कुरान में कही गई बातों को समझने की जरूरत पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत पर बल दिया जिसपर स्कूल के व्यवस्थापक निदेशक अब्दुल्ला इकबाल ने बताया कि कुरान में आधुनिक विज्ञान में पढ़ाए जाने वाले सभी विषयों की चर्चा की गई है जरूरत है इसे समझकर आत्मसात करने की। उन्होंने बताया कि स्कूल के विद्यार्थियों को कक्षा 5 से ही अंडरस्टैंडिंग कुरान नाम से एक विशेष रूप से तैयार किया गया विषय पढ़ाया जाता है जिसमे बच्चों को सरल भाषा में कुरान में बताई गई बातों का मतलब समझाया एवं सिखाया जाता है, उन्होंने यह भी कहा कि इस आने वाले सेशन में कक्षा 5 से ही मेडिकल साइंस नाम से एक और विषय की शुरुआत करने जा रहे हैं जिसमे बच्चों को मेडिकल से जुड़े विषयों की शिक्षा दी जाएगी; कार्यक्रम में बच्चों ने इसपर भी एक प्रदर्शनी भी लगाई थी जिसमे वाइटल साइन और सीपीआर पर जानकारी दी गई थी। कार्यक्रम संचालन में स्कूल के निदेशक आमिर हमजा, तबस्सुम इकबाल, प्रशांत सिन्हा, जितेंद्र पति, नसीम, तहसीन, महबूब, हाजी मंजूर आलम, अब्दुल्ला एवं स्कूल की प्रिंसिपल निखत सबा के साथ सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का विशेष योगदान रहा।