L19/Godda : महागामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल महागामा भी डॉक्टर की कमी के कारण जूझ रहा है। वर्तमान के समय पर अस्पताल में मात्र दो चिकित्सक डॉक्टर संजय मिश्रा व अर्चना मिश्रा है जिनके भरोसे यह अस्पताल चल रहा है। इस प्रखंड क्षेत्र की आबादी 1 लाख 96 हजार 978 हैं, जिसमें एक लाख 1 हजार 987 पुरुष है और 94 हजार 989 महिला है जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल महागामा पर निर्भर है।
तीस बेड वाले अस्पताल में चिकित्सक की घोर कमी के कारण लोग प्राइवेट क्लीनिक में अपना इलाज कराने को मजबूर हैं। जिसके कारण लोगों में आर्थिक बोझ बढ़ गया है। सरकारी अस्पताल में चिकित्सक व संसाधन की कमी का भरपूर लाभ निजी क्लीनिक संचालक उठा रहे हैं। बिचौलिया द्वारा मरीज को निजी क्लीनिक में भेजने के एवज में कमीशन दिया जाता है। इस कमीशन की भरपाई भी मरीजों के बल पर पूरी की जाती है।
अस्पताल महागामा में नवसृजित व स्थाई चिकित्सक मिलाकर कुल 11 पद स्वीकृत हैं। वहीं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत तीन आयुष चिकित्सक की तैनाती की गयी है। 1 नवंबर को अस्पताल में कार्यरत चार चिकित्सक डॉ मयंक सक्सेना, डॉक्टर नदीम सिद्दीकी, डॉक्टर प्रशांत कुमार व डॉक्टर कुमार विवेकानंद ने सेवा से इस्तीफा दे दिया है। डॉक्टर गोपाल प्रसाद यादव की प्रतिनियुक्ति बोआरीजोर स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया है।
इस कारण से अस्पताल में चिकित्सक का घोर अभाव के साथ विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है। 28 अक्तूबर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा डीएमएफटी फंड के द्वारा एक चिकित्सक डॉक्टर श्यामानंद सिंह की तैनाती अस्पताल में की गयी। अब तक चिकित्सक ने अस्पताल में योगदान नहीं दिया है। चिकित्सक की कमी के कारण अस्पताल में ओपीडी व इमरजेंसी सेवा को चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने रेफरल अस्पताल महागामा में चिकित्सक की कमी को जल्द दूर करने की मांग स्वास्थ्य विभाग से की है।