L19 DESK : वारिस पंजाब दे के चीफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के सबसे करीबी पपलप्रीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे अमृतसर के कत्थूनंगल से पकड़ा गया है। पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पपलप्रीत पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया गया है। उसे डिब्रूगढ़ जेल भेजा जाएगा। उस पर पहले से आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। पपलप्रीत अमृतसर में अपने गांव आकर सरेंडर करना चाहता था, लेकिन उससे पहले ही पंजाब पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस ने जॉइंट ऑपरेशन कर उसे दबोच लिया।
पपलप्रीत 18 मार्च को अमृतपाल सिंह के साथ ही फरार हुआ था। फरार होने के बाद से वह साए की तरह अमृतपाल के साथ चल रहा था। पपलप्रीत और अमृतपाल सिंह फरारी के बाद हर बार साथ नजर आए। इनकी पटियाला, कुरुक्षेत्र और दिल्ली में एक साथ होने की ससीटीवी फुटेज सामने आई थी। इसके अलावा दोनों की एनर्जी ड्रिंक पीते की भी सेल्फी वायरल हुई थी।
पपलप्रीत ने ही अमृतपाल सिंह को सरबत खालसा बुलाने की अपील करने को कहा था। इसके लिए अकाल तख्त के जत्थेदार पर दबाव बनाने की राय भी उसने ही दी थी। पपलप्रीत अमृतसर के मजीठा हल्के के गांव मरडी कलां का रहने वाला है। उसकी मां सरकारी टीचर थी और पिता खेतीबाड़ी से जुड़े हैं।
वारिस पंजाब दे के साथ जुड़ने से पहले 2017 में पपलप्रीत ने खालिस्तान का समर्थन करने वाले सिमरनजीत सिंह मान की पार्टी को जॉइन किया था। इसके अलावा वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लगातार खालिस्तान मूवमेंट को आगे बढ़ाता था।पंजाब में अकाली दल की सरकार के समय साल 2015 में सरबत खालसा बुलाया गया था।
इसके ऑर्गनाइजर्स में एक पपलप्रीत भी था। जांच में पुलिस ने पपलप्रीत सिंह पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ संबंध होने के लिए देशद्रोह का मामला दर्ज किया था। 12 नवंबर 2015 को अमृतसर के चाटीविंड थाने में दर्ज प्राथमिकी में पपलप्रीत की भड़काऊ स्पीच भी दर्ज की गई थी।
पपलप्रीत सिंह ने जेल में बंद बब्बर खालसा के खतरनाक आतंकवादी नारायण सिंह चौड़ा का भड़काऊ संदेश भी पढ़ा था। इसी बात को लेकर जगतार सिंह हवारा को अकाल तख्त का जत्थेदार नियुक्त किया गया था। पुलिस ने पपलप्रीत सिंह सहित अन्य आयोजकों पर धारा 124ए, 153-ए, 153-बी, 115, 117, 120-बी और यूएपीए की धारा 13 (1) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66-एफ के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
पपलप्रीत शुरू से ही अमृतपाल का बहुत करीबी रहा है। पपलप्रीत अमृतपाल का मीडिया सलाहकार भी है। ‘वारिस पंजाब दे’ का किसी भी तरह से कोई कार्यक्रम होता है तो मीडिया का पूरा अरेंजमेंट पपलप्रीत ही करता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल से संबंध रखती हर खबर शेयर करना और सोशल एक्टिविटी की पल-पल की खबर, सोशल मीडिया पर क्या डालना है और क्या नहीं, ये सारी चीजें बताना पपलप्रीत का ही काम था।
पपलप्रीत एक यूट्यूब चैनल भी चलाता और वो इंस्टाग्राम पर भी काफी एक्टिव रहता है। वह विदेशों से चलने वाले चैनलों में बतौर पत्रकार रहा है। कई इंटरव्यू भी उसने कवर किए हैं। अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार है। पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ एनएसए के तहत केस दर्ज कराया है।
अमृतपाल जालंधर के शाहकोट से पुलिस घेरे को चकमा देकर भागा था।इसके बाद पुलिस को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उसकी लोकेशन मिली। हालांकि उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका। पंजाब पुलिस ने जांच में दावा किया कि अमृतपाल ने खालिस्तान बनाने की पूरी प्लानिंग कर ली थी।
उसके गनमैन गोरखा बाबा से पुलिस ने खालिस्तान की कथित करेंसी, झंडे और नक्शे भी बरामद किए थे। इसके अलावा अमृतपाल ने आनंदपुर खालसा फौज के नाम से प्राइवेट फौज भी बना ली थी, जिन्हें वह अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में फायरिंग रेंज में रिटायर्ड फौजियों से शूटिंग की ट्रेनिंग भी दिलवा रहा था। इसका वीडियो भी पुलिस को उसके गनमैन गोरखा बाबा के मोबाइल से बरामद हुआ था।