L19/DESK : देश आज संसद पर हुए हमले की 22वीं वर्षगांठ बना रहा है। मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेताओं ने 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में मौजूद शहीदों के परिजनों से भी मुलाकात की। 13 दिसंबर 2001 के दिन भारतीय संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान आतंकियों ने संसद पर हमला कर दिया था।
आतंकवादी एक सफेद एंबेसडर कार से एके-47 राइफल लेकर संसद परिसर में घुसे थे। सुरक्षाकर्मियों को शुरू में नहीं लगा कि वो आतंकवादी हैं, बाद में उनकी हरकतों से उन्हें ये अंदाज हो गया कि सेना की वर्दी पहनकर संसद परिसर में घुसे लोगों के इरादे सही नहीं हैं। आतंकियों ने अपने कार पर लाल बत्ती और गृह मंत्रालय का स्टीकर भी लगा रखा था। नेताओं और मंत्रियों को आतंकी अपना निशाना बनाना चाहते थे। सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से वो नाकाम हो गए और वहीं मारे गए। आतंकी हमले में आठ सुरक्षाकर्मी और एक माली भी शहीद हुए थे। हमला लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद आतंकी ग्रुप के आंतकवादियों ने किया था।