L19/DESK : दो दिन के दौरे पर मिस्र पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात की,इस मुलाकात के दौरान सीसी ने उन्हें मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ नाइल’ से सम्मानित किया। इसके पहले मोदी ने 11वीं सदी की अल-हाकिम मस्जिद का दौरा किया,इसे भारत के बोहरा समुदाय की सहायता से दोबारा बनाया गया है। प्रधानमंत्री हेलियोपोलिस स्मारक भी गए। यहां उन्होंने पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। यह स्मारक राष्ट्रमंडल ने बनवाया है। यह उन 3,799 भारतीय सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने इजिप्ट में प्रथम विश्व युद्ध के में अपनी जान गंवा दी थी।
क्या है ऑर्डर ऑफ नाइल
मिस्र में इसे ‘किलादात अल नाइल’ कहा जाता है। 1915 में इसकी शुरुआत सुल्तान हुसैन कामिल ने की थी,यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने देश सेवा में अहम योगदान दिया हो। 1953 में मिस्र गणतंत्र बना और इसके बाद ‘ऑर्डर ऑफ नाइल’ को देश के सर्वोच्च सम्मान का दर्जा दिया गया। इसमें जो नाइल शब्द है, वो दरअसल नील नदी से जुड़ा है। इस अवॉर्ड की चार कैटेगरीज हैं।